नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच के रूप में सलाहकार समिति (सीएसी) ने रवि शास्त्री को चुन लिया है। खबरें आईं कि समति के सदस्य सचिन तेंदुलकर और टीम इंडिया के कप्तान शास्त्री को कोच बनाने के पक्ष में पहले से थे, लेकिन अब सीएसी के शास्त्री के नाम पर मुहर लगाए जाने पर सवाल उठने लगे हैं। आम जनता के साथ ही अब टीम के पूर्व कोच संदीप पाटिल ने यह सवाल उठाए हैं। पाटिल ने तल्ख लहजे में कहा कि सलाहाकार समिति के तीनों सदस्यों, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरभ गांगूली को मुख्य कोच चुनने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने कभी खुद किसी टीम को कोच नहीं किया है।
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क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) पर निशाना साधते हुए पाटिल ने तीनो दिग्गज खिलाड़ियों की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सचिन, लक्ष्मण और गांगूली लिजेंड खिलाड़ियों में शुमार हैं। उन्होंने क्रिकेट में बतौर खिलाड़ी पूरी दुनिया में अपना दबदबा बनाया है। उनका लौहा पूरी दुनिया ने माना है लेकिन इन तीनों में से किसी ने कभी भी कोच के तौर पर कभी काम नहीं किया है।
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उन्होंने इस दौरान कुछ मिसाल देते हुए कहा कि क्या कोई कोच किसी अंपायर को सेलेक्ट कर सकता है। या कोई अंपायर किसी कोच का चुनाव कर सकता है। शायद नहीं इसी तरह इन तीनों दिग्गज खिलाड़ियों द्वारा किसी कोच का चुनाव किया जाना भी ठीक नहीं है।
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पाटिल ने कहा- मैंने और शास्त्री ने एक साथ क्रिकेट खेला है। हमने काफी समय साथ बिताया है। मैं उनके स्वभाव को अच्छी तरह से जानता हूं। मुझे नहीं लगता कि शास्त्री के लिए कोच का पद सही है। उन्हें या तो टीम का डायरेक्टर बनाया जाता या टीम का मेंटॉर। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोच के नाम का ऐलान करने के लिए जो ड्रामा हुआ वो भी सही नहीं था। नाम का ऐलान मंगलवार की जगह सोमवार को ही कर देना चाहिए था।