नई दिल्ली । भारत में क्रिकेट एक धर्म है और इसकी पूजा करने वाला हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई। क्रिकेट रूपी इस धर्म में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भगवान का दर्जा दिया गया। लेकिन कभी इस धर्म में देवियों की बात नहीं हुई लेकिन अगर आज इस धर्म की देवियों की करें, तो इसमें बुधवार को एक खिलाड़ी ने अपने नाम की दावेदारी की है। वह नाम कोई और नहीं बल्कि इस समय भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज का है। बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने महिला विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने महिला विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली इंग्लैंड की कारलोट एडवर्ड्स का रिकॉर्ड तोड़ा।
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वर्ष 1999 में अपने डैब्यू मैच में ही आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 114 रनों की पारी खेलकर विश्व महिला क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने वाली मिताली राज ऐसी दूसरी खिलाड़ी हैं, जिनका एवरेज 50 से पार है। उनके साथ यह कारनामा करने वाली ऑस्ट्रेलिया की मैग लैनिंन हैं। मिताली राज उन महान खिलाड़ियों में शामिल हो चुकी हैं जिन्होंने लगातार 7 अर्धशतक लगाने का विश्वरिकॉर्ड अपने नाम किया हुआ है। यह कारनामा उन्होंने इसी साल किया है। इतना ही नहीं उनकी शानदार पर्फोमेंस का नमुना इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2006 और 2010 में उन्होंने लगातार चार अर्धशतक लगाने का कारनामा भी कर दिखाया था।
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श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 19 पारियों में 154.33 की रनगति से 926 रन बनाए हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। मिताली ने अभी तक 183 मैच खेले हैं और उसने 6028 रन बनाए हैं। इस दौरान मिताली ने 5 शतक और 49 अर्धशतक जड़े हैं। मिताली का सर्वोच्च स्कोर नाबाद 114 रन रहा है।