देहरादून। प्रदेश भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। विधायक भी शीर्ष नेतृत्व से नाराज नजर आ रहे हैं। लक्सर इलाके से भाजपा के विधायक संजय गुप्ता ने सीधे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत पर जनउपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ‘सरकार के पास बसपा विधायक के यहां शादी में जाने का समय है, लेकिन गुरुकुल कांगड़ी में आर्य सम्मेलन हुआ, जिसमें देश भर के आर्य विद्वान आए, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं आए।’ भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार पर कटाक्ष करते हुएक हा कि सरकार पर पूरी तरह से ब्यूरोक्रेसी हावी है और वह किसी की सुनने को तैयार नहीं है। गुप्ता के इस बयान के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
गौरतलब है कि संजय गुप्ता मुख्यमंत्री के साथ अन्य मंत्रियों और अधिकारियों के बसपा नेता मोहम्मद शहजाद के बेटे की शादी में जाने से बेहद नाराज हैं। भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि सरकार के पास अपने विधायकों की बात सुनने का समय नहीं है लेकिन सभी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ ‘झोटा बिरयानी’ खाने का समय है। विधायक के इस बयान के बाद प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है।
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यहां बता दें कि भाजपा नेताओं की नाराजगी अभी तक अंदर ही नजर आ रही थी लेकिन संजय गुप्ता के इस बयान के बाद खुलेआम बगावती सुर उठने लगे हैं। गुप्ता ने कहा कि पंचायतों में भी ऐसा ही कुछ चल रहा है। संजय गुप्ता के इस बयान के बाद उनपर पार्टी की ओर से कार्रवाई भी कर दी गई। पार्टी ने अपने विधायक के बयान को अनुशासनहीनता का मामला मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। 10 दिनों में संजय गुप्ता को यह स्पष्ट करना होगा कि उन्होंने क्यों इस तरह का बयान दिया? वहीं पार्टी नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में भी जुट गया है। वहीं दूसरी तरफ बसपा नेता मोहम्मद शहजाद पर भाजपा से नजदीकी दिखाने की वजह से गाज गिरी है। पार्टी सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर उन्हें बसपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बसपा ने मोहम्मद शहजाद को पार्टी से निकालने का आधार उनकी संगठन विरोधी गतिविधियों को बताया है।