देहरादून। उत्तराखंड सचिवालय और विधानसभा में आने वालों को अपने पास के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में प्रवेश के लिए ई-गेट पास सिस्टम का शुभारंभ किया है। सचिवालय/विधान सभा में वर्तमान पास व्यवस्था के साथ-साथ ई-पास व्यवस्था लागू की गयी है। यह व्यवस्था शुरू होने से सचिवालय और विधानसभा में मिलने के लिए आने वाले कहीं भी और कभी भी अपना पास बनवा सकते हैं। इसके लिए पहले से पंजीकरण करवाया जा सकता है।
गौरतलब है कि इस व्यवस्था के शुरू होने से बाहर से आने वालों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। इससे गेट पास में शुद्धता( ।बबनंतबल), ज्यादा साफ फोटोग्राफ तथा एम.आई.एस. रिकाॅर्डिंग सुनिश्चित हो पाएगी।
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ई-पास व्यवस्था की प्रक्रिया
ई-पास बनवाने के लिए आगंतुक अधिकारी से मिलने के लिए गेट पास के लिए eGatepass&uk.in पर आॅनलाईन पंजीकरण कर सकते हैं। एक बार आवेदन करने के बाद उसे संबंधित कार्यालय को स्वीकार/अस्वीकार के लिए भेजा जाएगा। एक बार आवेदन स्वीकार होने पर आगन्तुक को उनके उनके मोबाइल एवं ई-मेल पर एक ओ.टी.पी. भेजा जाएगा जिसे भरकर गेटपास के बूथ पर गेटपास प्रिंट प्राप्त किया जा सकता है। मिलने वाले गेटपास एप पर भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। यहां बता दें कि इंफाॅरमेशन टेक्नोलाॅजी डेवलपमेंट एजेंसी(आई.टी.डी.ए.) के निदेशक अमित सिन्हा ने बताया कि ई-पास सिस्टम के सम्बन्ध में आई.टी.डी.ए. के माध्यम से साॅफ्टवेयर तैयार किया गया है तथा गेट पास बूथ से गेट पास हेतु कम्प्यूटर भी स्थापित कर दिया गया है जिसका संचालन सुरक्षाकर्मिकों के द्वारा किया जा रहा है। साथ ही ई-गेट पास सुविधा के सम्बन्ध में आई.टी.डी.ए. के माध्यम से सचिवालय/विधान सभा में तैनात 92 निजी सचिवों को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।