देहरादून। गलत तरीके से छात्रा को प्रवेश देने के मामले में निलंबित किए गए उच्च शिक्षा निदेशक बीसी मेलकानी और अन्य शिक्षा अधिकारियों के निलंबन के विरोध में हड़ताल करने वाले शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। शिक्षा निदेशालय ने सभी डिग्री काॅलेज के प्राचार्यों को उन प्राध्यापकों ब्योरा देने को कहा है। निदेशालय के इस कदम से काॅलेज प्रबंधन और प्राध्यापकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि प्राध्यापकों का ब्योरा तलब किए जाने को एक सामान्य प्रक्रिया बताया जा रहा है।
शिक्षा निदेशालय ने किया ब्योरा तलब
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले उच्च शिक्षा निदेशक बीसी मेलकानी समेत 5 प्राचार्यों को गलत तरीके से अनुतीर्ण छात्रा मीमांसा आर्य को अगली कक्षा में प्रवेश देने के मामले में निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद राज्य के डिग्री काॅलेजों के प्राध्यापकों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। अब शिक्षा निदेशालय ने सभी डिग्री काॅलेजों के प्राचार्यों से हड़ताल में शामिल सभी प्राध्यापकों का ब्योरा तलब किया है। निदेशालय के इस कदम से हड़ताल करने वाले शिक्षक-कर्मचारियों में खलबली है।
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ये था मामला
बता दें कि हल्द्वानी के एमबी पीजी कॉलेज में गलत एडमिशन करने के आरेाप में एक फरवरी को उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. बीसी मेलकानी, एमबी पीजी काॅलेज के वर्तमान प्राचार्य डॉक्टर जगदीश प्रसाद, देवीधुरा डिग्री कालेज के प्राचार्य डाॅक्टर एसएस उनियाल, एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर एनके लोहनी और दो संविदा कर्मियों को निलंबित कर दिया था। सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ कॉलेज कर्मचारियों ने दो फरवरी से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। इस आंदोलन में राज्य के अन्य कॉलेजों के शिक्षक-कर्मचारी भी शामिल हो गए।