चमोली। राज्य में हो रही लगातार बारिश और भूस्खलन से सिर्फ लोगों को ही परेशानी नहीं बढ़ी हैं बल्कि जलीय जीव-जन्तुओं पर भी इसका असर पड़ रहा है। चमोली के देवाल इलाके में पिंडर नदी में हुए भूस्खलन से बड़ी संख्या में मछलियों की मौत हो गई। नदी के किनारे पर पर हर तरफ मछलियां बिखरी पड़ी हैं ऐसी खबर मिलने के बाद मछलियों को उठाने के लिए गांव वालों की भीड़ लग गई। लोग बोरों और कट्टों में भरकर मछलियां ले गए। यहां बता दें कि बुग्याली क्षेत्र में हुई भारी बारिश होने से पिंडारी नदी में भूस्खलन हुआ जिसकी वजह से बड़ी मात्रा में सल्ट के आने से मछलियों के गलफड़ों में मलबा भर गया जिससे उनकी मौत हो गई। अब आलम ये है कि इन मछलियों को चील और कौवे अपना भोजन बना रहे हैं। यहां बता दें कि मेलखेत, ऐराठा, हरमल,सिलंगी, ओड़र, लिंगड़ी, बोरागाड़, रैन, गरसों, पदमला, कैल पिंडर के संगम देवाल, सोड़िग और चेपड़ों में पिंडर नदी के तटों पर असंख्य मछलियां मरी हुई लोगों को मिली हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बुग्यालों में ऐसी जड़ी-बूटी भी पाई जाती हैं जो मीठे जहर का काम करती हैं। जब बुग्याली क्षेत्र में भूस्खलन होता है तो मलबा नदी में पहुंचता है। इससे मछलियों को जहर लग जाता है और वह मर जाती हैं।
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