नई दिल्ली। असम की हेमप्रभा चुटिया ने कपड़ों पर बुनाई को एक नई ऊंचाई दी है। हेमप्रभा ने श्रीमदभागवत गीता के संस्कृत के 700 पदों को रेशम के एक कपड़े पर उतार दिया है। मूल रूप से डिब्रुगढ़ के रहने वाली हेमप्रभा चुटिया ने भगवद गीता के एक अध्याय के अंग्रेजी अनुवाद को भी कपड़े पर उतारा है। इससे पहले उन्होंने शंकरदेव के गुणमाला और महादेव के नाम घोसा को रेशम के कपड़े पर बुना था। हेमप्रभा को इसके लिए कई पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
गौरतलब है कि असम की रहने वाली 62 साल की इस महिला ने पिछले 20 महीनों से श्रीमदभागवदगीता के पदों को रेशम के कपड़े पर बुनने का काम कर रही थी। आपको बता दें कि हेमप्रभा ने जिस रेशमी कपड़े पर इन 700 पदों को बुना है उसकी लंबाई 150 फीट है और चौड़ाई 2 फीट है। हेमप्रभा ने इस काम को पूरा करने के बाद कहा कि हिंदू संस्कृति का हिस्सा होने की वजह से इन पदों को कपड़े पर बुनकर उतारने की उनकी इच्छा थी जो अब पूरी हुई है।
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आपको बता दें कि हेमप्रभा ने इस बात भी खुशी जताई कि उनके काम को म्यूजियम में संरक्षित रखा जाएगा। इससे पहले भी उन्होंने कई अन्य संस्कृत के पदों को कपड़े पर बुनकर उतारा है और सरकार की ओर से कई पुरस्कारों से नवाजा गया है जिसमें बाकुल बोन अवॉर्ड, आई कनकलता अवॉर्ड और राज्य सरकार का हैंडलूम एंड टेक्सटाइल अवॉर्ड शामिल हैं।