Sunday, May 19, 2024

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थ्री ईडियट्स इन रियल लाइफः चलती ट्रेन में व्हाट्सएप से एमबीबीएस स्टूडेंट ने करा दी महिला की डिलीवरी

अंग्वाल न्यूज डेस्क
थ्री ईडियट्स इन रियल लाइफः चलती ट्रेन में व्हाट्सएप से एमबीबीएस स्टूडेंट ने करा दी महिला की डिलीवरी

नागपुरः राजकुमार हीरानी की सुपरहिट फिल्म थ्री ईडियट्स में आपने आमिर खान को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लेबर पेन से तड़प रही करीना कपूर की बहन की डिलीवरी कराते हुए तो देखा ही होगा। अब ऐसा वास्तविकता में हुआ है, जब चलती ट्रेन में एक एमबीबीएस स्टूडेंट ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला की मदद की और सुरक्षित डिलीवरी करा दी। खास बात यह है कि इस एमबीबीएस स्टूडेंट ने इसके लिए व्हाट्सएप की मदद ली और सीनियर्स से मिले टिप्स के आधार पर यह डिलीवरी कराई। यह 24 साल के स्टूडेंट हैं विपिन खड़से और वाकया है अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस ट्रेन का।

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नहीं मिल रहा था चलती ट्रेन में डॉक्टर

एक अखबार की खबर के मुताबिक विपिन नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एमबीबीएस के आखिरी साल के स्टूडेंट हैं। वह शुक्रवार को ट्रेन से सफर कर रहे थे, तभी उन्हें 24 साल की गर्भवती महिला चित्रलेखा की प्रसव पीड़ा की जानकारी हुई। चित्रलेखा और उनके पति ट्रेन में अहमदाबाद में चढ़े थे, जहां दोनों मजदूरी का काम करते हैं। खबर के मुताबिक ट्रेन अभी नागपुर स्टेशन से 30 किलोमीटर दूर थी। महिला की पीड़ा से परेशान उसके परिजनों ने चेन पुलिंग से ट्रेन रोकने की कोशिश भी की, ताकि उसे किसी अस्पताल में ले जाया जा सके। बकौल विपिन, उन्होंने गार्ड और टिकट कलेक्टर को ट्रेन में घूमते देखा कि शायद कोई डॉक्टर हो तो उसकी मदद ली जा सके। गार्ड और टीटीई के पहले राउंड पर तो विपिन शांत रहे कि कोई न कोई डॉक्टर मदद के लिए मिल जाएगा, लेकिन जब दूसरी बार वह दोनों डॉक्टर खोजते हुए निकले तो विपिन ने मदद करने का मन बना लिया। विपिन ने मदद का ऑफर दिया।

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फोन पर सीनियर महिला डॉक्टर ने दिए निर्देश

अखबार की खबर के मुताबिक जब विपिन डिलीवरी कराने पहुंचे तो चित्रलेखा के शरीर से खून बह रहा था और उसे बहुत अधिक दर्द भी हो रहा था। महिला की मदद के लिए कंपार्टमेंट को खाली कर डिलीवरी रूम बना दिया गया था। विपिन ने बताया कि उनके लिए यह बहुत मुश्किल काम था क्योंकि उन्होंने पहले कभी डिलीवरी नहीं कराई थी। यह केस नॉर्मल नहीं दिख रहा था क्योंकि बच्चे के सिर की जगह कंधे पहले बाहर निकल रहे थे।


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विपिन ने डॉक्टरों के व्हाट्सएप ग्रुप यह फोटो डाली ताकि सीनियर डॉक्टरों से मदद मिल सके। फोटो देखकर सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर शिखा मलिक ने विपिन की डिलीवरी कराने में मदद की। डॉ. शिखा ने विपिन को फोन किया और लगातार निर्देश देती रहीं, जिससे विपिन सफलतापूर्वक महिला की डिलीवरी करा सके। विपिन ने ट्रेन में सफर कर रही एक उम्रदराज महिला से भी मदद ली। बाद में नागपुर स्टेशन पर रेलवे की महिला डॉक्टर की टीम ने आगे की स्थिति को पूरी तरह से संभाल लिया। नए माता-पिता को दलवाइयों के साथ सफर की अनुमति दे दी गई।

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