नई दिल्ली। कांग्रेस और विपक्षी दलों के द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद का असर भाजपा शासित राज्यों में भी दिखाई दे रहा है। जनआक्रोश को देखते हुए चुनाव होने वाले राज्यों में इसकी कीमतों में कम करने के लिए वैट को घटाया गया है। राजस्थान सरकार ने रविवार को ही इसमें 4 फीसदी की कटौती की गई है। ऐसे में अब वहां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ढाई रुपये की कमी आएगी। राजस्थान के बाद महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार ने भी इसमें कटौती करने के लिए केंद्र सरकार से बात कर सकती है।
गौरतलब है कि इस साल के अंत में 4 राज्यों में चुनाव होने हैं ऐसे में लगातार बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी से आम लोगों में काफी गुस्सा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद का व्यापक असर बिहार के अलावा मुंबई में भी देखने को मिला। बिहार में तो सरकारी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है। पिछले दिनों एससी-एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण संगठनों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान आंसू बहाने वाले नेता पप्पू यादव के समर्थकों ने सोमवार को रेल और बसों में जमकर तोड़फोड की है।
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यहां आपको बता दें कि तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है की राज्य में पिछले साल पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर दिए गए थे लेकिन राज्य सरकार बढ़ती महंगाई के मद्देनजर आगामी जीएसटी काउंसिल की बैठक में वैट कम करने के मुद्दे पर केंद्र सरकार से बात करेगी। मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री का कहना है कि वैट कम करने के बाद राजस्व में भारी कमी आई थी। हालांकि उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 29 सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में केंद्र सरकार से वैट कम करने पर बात करेगी।
गौर करने वाली बात है कि मध्यप्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र की देवेन्द्र फड़णवीस सरकार ने भी ऐसे संकेत दिए हैं की तेल के दाम घटाए जा सकते हैं। वहीं कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि पंजाब और कर्नाटक में भी जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम किया जा सकता है।