नई दिल्ली । Rain Updates । मानसून की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर से बारिश ने उत्तर भारत में तबाही मचा दी है । उत्तर भारत के कई शहरों से बारिश के बाद हालात की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं , वह काफी डराने वाली हैं । शहरों में भारी बारिश और उसके बाद जलभराव की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं , उसके दो कारण बताए जा रहे हैं । इसमें पहला है मानसूनी हवाओं और दूसरा पश्चिमी विक्षोभ में होने वाला बदलाव । इन दोनों के चलते ही देशभर में जल प्रलय नजर आने लगी है । जानकारों ने इसे लेकर चेतावनी भी जारी की है , जिसमें कहा गया है कि लगातार क्लाइमेट चेंज हो रहा है और धरती गर्म हो रही है । इस सबके चलते भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तय सीमा से अधिक बारिश और बाढ़ के हालत बन सकते हैं ।
बंगाल की खाड़ी से हवाएं उत्तर भारत पहुंची
उत्तर भारत के राज्यों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने मानसून की कमी को दूर कर दिया है । बंगाल की खाड़ी से तेज हवाएं उत्तर की तरफ पहुंच रही थीं । मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ में होने वाले बदलाव के चलते तेज बारिश की स्थिति देखी गई । मौसम विभाग की तरफ से जारी बयान के मुताबिक जुलाई महीने के पहले आठ दिनों में हुई बारिश ने देशभर में बारिश की कमी की भरपाई की । मानसून के मौसम में अभी तक कुल 243.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से दो प्रतिशत अधिक है ।
मौसम विभाग ने दी ये जानकारी
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के ऊपर बना हुआ है, जबकि मानसून अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण की ओर फैल गया है । इसके साथ ही दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती स्थिति बनी हुई है । मौसम विभाग ने दो दिन पहले हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बहुत ज्यादा बारिश होने की चेतावनी दी थी । इसके अलावा जम्मू कश्मीर के छिटपुट स्थानों, और पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, और पंजाब में भी भारी बारिश का अनुमान लगाया गया था । वहीं मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार यानी 11 जुलाई से क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना नहीं है ।
दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार बारिश ने दिल्ली में 20 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 126.1 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की. उन्होंने बताया कि बारिश का यह आंकड़ा 10 जुलाई 2003 के बाद सबसे ज्यादा है और तब 24 घंटों के दौरान 133.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी.