नई दिल्ली। केन्द्र सरकार के द्वारा फ्रांस से खरीदे जाने वाले राफेल लड़ाकू विमान पर पूरा विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। इस बीच वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि वायुसेना को मजबूती प्रदान करने के लिए इस विमान की काफी जरूरत है। वायुसेना प्रमुख ने बुधवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पड़ोसी मुल्कों से देश को खतरा बताते हुए कहा कि राफेल की खरीद को बिल्कुल सही है। यहां बता दें कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर हमला बोला है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मसले पर सरकार को घेरते हुए उस पर झूठ बोलने तक का आरोप लगा चुके हैं। राहुल गांधी का कहना है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे की आड़ में रिलायंस कंपनी को फायदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष के इस आरोप के बाद रिलायंस ग्रुप के अनिल अंबानी ने उन्हें पत्र लिखकर पहले गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया, इसके बाद कंपनी की ओर से कई कांग्रेसी प्रवक्तओं को कानूनी नोटिस भी भेजा गया था।
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आपको बता दें कि बुधवार को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘आज दुनिया में बहुत कम ऐसे देश हैं जो हमारी तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। हमारे दोनों तरफ परमाणु शक्ति वाले देश हैं।’’ वायुसेना प्रमुख ने कहा कि फ्रेंच राफेल लड़ाकू जेट और रूसी एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदने का सरकारी निर्णय वायुसेना को मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि वायुसेना के लिए सिर्फ तेजस जैसे मध्यम तकनीक वाले जेट से काम नहीं चलेगा। सेना को राफेल जैसे उच्च तकनीक और क्षमताओं वाले विमानों से मुकाबला करने की क्षमता में भी बढ़ावा मिलेगा।
यहां बता दें कि भारत को चीन और पाकिस्तान से अपनी सुरक्षा के लिए वायुसेना की करीब 42 स्क्वाड्रन की दरकार है जबकि मौजूदा समय में केवल 31 स्क्वाड्रन ही काम कर रही हैं। इसके मुताबिक हाल फिलहाल में ही भारत करीब 11 स्क्वाड्रन की कमी से जूझ रहा है।