लखनऊ । बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता की, जिसमें तेजस्वी यादव ने यूपी में सपा-बसपा के गठबंधन को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि आने वाले समय में यूपी और बिहार की केंद्र की सत्ता की दिशा तय करेंगी। ऐसे में मायावती जी और अखिलेश जी ने गठबंधन करके भाजपा को सबक सिखाने की जो रणनीति बनाई है, आने वाले समय में प्रदेश की जनता इनके फैसले का समर्थन करते हुए भाजपा को सबक सिखाएगी। इस दौरान तेजस्वी बोले कि आज हमारे संविधान से छेड़छा़ड़ हो रही है, अपने फायदे के लिए संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। रोजगार न होने से युवा परेशान हैं, देश में अघोषित आपातकाल घोषित है। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे बसपा के साथ गठबंधन से देशभर में खुशी है, जबकि भाजपा इससे भयभीत है। भाजपा ने देश के हर वर्ग को धोखा दिया है, जिसके चलते अब भाजपा के पसीने छूट रहे हैं।
जानिए क्या बोले- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने अखिलेश से मुलाकात के बाद प्रेसवार्ता में कहा -देशहित में सपा - बसपा ने संविधान बचाने के लिए धर्मनिर्पेक्षता के लिए जो गठबंधन किया है हम उसका अभिनंदन करते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि इस समय यूपी और देश से भाजपा का सफाया होना अब तय है। सपा-बसपा के गठबंधन को ऐतिहासिक करार देते हुए तेजस्वी बोले कि इस गठबंधन का असर पिछले दिनों हुए उपचुनावों में देखने को मिला है। आने वाले लोकसभा चुनावों में प्रदेश की जनता इस गठबंधन को समर्थन देगी । आने वाले समय में यूपी और बिहार की तय करेगा कि केंद्र की सत्ता में कौन तय करेगा। यूपी की 80 सीटों के साथ बिहार की 40 सीटें निर्धारित करेंगी की केंद्र पर कौन काबिज होगा। झारखंड और छत्तीसगढ़ में जैसा माहौल बन रहा है, साफ हो रहा है कि केंद्र सरकार के खिलाफ हर वर्ग के लोग परेशान है।
उन्होंने कहा - भाजपा ने लोगों को बड़े बड़े सपने दिखाए थे। बिहार को कहा कि हजारों करोड़ के विशेष पैकेज देने का वायदा किया था लेकिन नीतीश चाचा बताए कि मोदी जी ने क्या विशेष पैकेट में से क्या कोई रकम राज्य सरकार को दी। इस दौरान उन्होंने सवर्ण आरक्षण पर भी कटाक्ष मारते हुए कहा कि जब केंद्र की मोदी सरकार संविधान संशोधन कर सर्वणों को आरक्षण देने की व्यवस्था करते हैं तो क्या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे सकते। बहरहाल, केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा सरकारों को उखाड़ फैंकने के लिए यूपी में मायावती जी और अखिलेश जी ने जो ऐतिहासिक कदम उठाने का काम किया है, आने वाले समय में इस फैसले को ऐतिहासिक करार दिया जाएगा।