नई दिल्ली । ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने पश्चिम एशिया में एक हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की अनुमति दे दी है । अमेरिका ने इसकी जानकारी सोमवार को दी । अमेरिका यह बयान ऐसे समय में आया है ईरान ने हाल में अमेरिका को धमकी देते हुए कहा था कि परमाणु समझौते के तहत अगर विश्व ने अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी नहीं की तो वह 10 दिन के भीतर अपनी यूरेनियम भंडार सीमा बढ़ा देगा । बहरहाल , अमेरिका द्वारा पश्चिम एशिया में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की घोषणा पर चीन बिफर गया है । चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि वह इस तरह की गलती न करें नहीं तो उसे परिणाम भुगतने होंगे । चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ईरान से अपील की कि वह इस तरह परमाणु समझौते से नहीं हटें।
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बता दें अमेरिका के ईरान के साथ बहुराष्ट्रीय परमाणु समझौते से बाहर होने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है । अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शनाहान ने एक बयान में कहा कि सैनिकों को ‘पश्चिम एशिया में हवाई, नौसैनिक, और जमीनी खतरों से निपटने के लिए भेजा जा रहा है। हालिया ईरानी हमलों ने ईरानी बलों और उसके इशारों पर काम कर रहे समूहों के शत्रुतापूर्ण व्यवहार पर प्राप्त खुफिया जानकारी की पुष्टि की है, जो पूरे क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों और उनके हितों के लिये खतरा हैं।
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कार्यवाहक रक्षामंत्री शनाहान ने इस दौरान साफ किया कि वह ईरान के साथ कोई टकराव नहीं चाहते । तैनाती का लक्ष्य पूरे क्षेत्र में काम करने वाले हमारे सैन्य कर्मियों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करना और हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना है ।
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