नई दिल्ली । पाकिस्तान - चीन इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी सीपीईसी के बीच शुरू होने वाली बस सर्विस को लेकर भारत ने विरोध के सुर उठाए हैं। असल में दोनों देशों के बीच यह बस सेवा पाक अधिकृत कश्मीर (POK) से होकर गुजरेगी, जिसे लेकर भारत ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। यह बस सेवा 13 नवंबर से शुरू होने जा रही है, जो पाकिस्तान के शहर लाहौर से होकर चीन के काशगर तक के बीच संचालित होगी। भारत लंबे समय से इस इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर अपना विरोध जताता रहा है, लेकिन अब ये बस सेवा भारत के पाकिस्तान और चीन के साथ संबंधों में और तनाव पैदा करने की नई वजह बन सकती है।
इस मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि भारत ने चीन और पाकिस्तान के बीच बन रहे इस आर्थिक गलियारे के तहत शुरू हो रही इस बस सेवा का विरोध इसलिए किया है क्योंकि यह सेवा पाक अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरेगी । हमने इस बस सेवा को लेकर चीन और पाकिस्तान दोनों पड़ोसियों के सामने अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है।
उन्होंने कहा कि पीओके होते हुए संचालित होने वाली यह बस सेवा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन होगा। भारत सरकार नितंरत वर्ष 1963 का तथाकथित चीन पाकिस्तान सीमा समझौते को अवैध और अमान्य करार देती है।