नई दिल्ली । डोकलाम विवाद का अभी तक हल नहीं हो सका है। इस बीच चीन ने अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव करते हुए तिब्बत क्षेत्र में फिर से ब्लड बैंक स्थापित किए हैं। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में चीनी मिलिट्री के हवाले से लिखा गया है कि चीनी सेना ने तिब्बत क्षेत्र में एक बार फिर ब्लड बैंक स्थापित कर लिए हैं । हालांकि इस लेख में खुलकर कुछ भी नहीं लिखा गया है लेकिन जानकार इसे युद्ध की तैयारी के रूप में देख रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि यह चीन की भारत को धमकाने की एक नई चाल हो सकती है।
चल रहे हैं ब्लड डोनेशन कैंप
अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सरकार कई इलाकों में ब्लड डोनेशन अभियान चला रही है। मीडिया में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक छांगसा, हुबेई और ग्यूआंगक्सी झुआंग के कुछ अस्पतालों में इस तरह की गतिविधियां काफी जोर शोर से चल रही हैं। अखबार में लिखा गया है कि अलग-अलग प्रांतों में स्थित कई अस्पतालों को भी सक्रिय भूमिका में आने के निर्देश दे दिए गए हैं। सिचुआन प्रांत के जिउझाईग्यू में आए भूकंप से पहले भी यहां पर खून के स्टॉक को आठ अगस्त को स्थानांतरित किया गया था। अब इन्हें तिब्बत ट्रांसफर किया जा रहा है।
भारत को फिर चेतावनी
अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को अब अड़िग रवैये के चलते नजीते भुगतने होंगे। चीन ने दावा किया है कि चीनी सेना के पास भारत से ज्यादा बेहतर और आधुनिक हथियार हैं। वह कई अन्य मामलों में भी भारत से बेहतर हैं। चीनी अखबार ने लिखा है कि भले ही भारत ने पिछले दिनों अमेरिका और रूस से कई हथियार खरीदे हों, लेकिन चीन के हथियारों के तुलना में वे काफी हल्के हैं।
एयरपोर्ट्स पर सेना के विमानों की आवाजाही
अखबार ने लिखा गया है कि युद्ध की स्थिति में चीन तिब्बत के सिविलियन एयरपोर्ट्स को मिलिट्री विमानों के लिए इस्तेमाल कर सकता है। चीन के विभिन्न प्रांतों में स्थित अस्पतालों में खून के इस्तेमाल में कमी लाई जा रही है, ताकि स्टॉक ज्यादा से ज्यादा मात्रा में रहे।