नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के सहयोग से सरकार बना चुके एचडी कुमारस्वामी सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वाले हैं। मुलाकात से पहले कुमारस्वामी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार राज्य की साढ़े 6 करोड़ जनता के भरोसे नहीं बल्कि कांग्रेस की दया पर निर्भर हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि अगर वे एक सप्ताह में किसानों का 53 हजार करोड़ का कर्ज माफ नहीं कर पाए तो इस्तीफा दे देंगे।
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। वहीं लगातार एक दूसरे का विरोध करने वाली जेडीएस और कांग्रेस ने सिर्फ भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए आपसी गठबंधन कर सरकार बना ली। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने विधानसभा पटल पर विश्वासमत तो हासिल कर लिया लेकिन कांग्रेस के साथ को लेकर वह अभी भी पूरी तरह से आश्वस्त नहीं है।
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यहां बता दें कि कुमारस्वामी ने कहा, ‘कर्नाटक के लोगों ने चुनाव में मुझे और जदएस को खारिज कर दिया था। मैंने लोगों से पूर्ण बहुमत मांगा था। मैंने किसान नेताओं के बयान भी सुने थे। मैं यह भी जानता हूं कि उन्होंने मेरा कितना समर्थन किया था। अगर मुझे पूर्ण बहुमत मिलता तो मेरे ऊपर जनता के दबाव के अलावा किसी का जोर नहीं होता। आज मैं कांग्रेस की दया पर हूं।’
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य के किसानों की कर्ज माफी को लेकर उनकी सोच बिल्कुल स्पष्ट है। अगर वह कृषि कर्ज माफ नहीं करा पाए तो किसी को उनका इस्तीफा मांगना नहीं पड़ेगा, वह खुद ही पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि लोग एक सप्ताह इंतजार करें। गौर करने वाली बात है कि भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी सरकार को चेतावनी दी है कि अगर राज्य के किसानों का कृषि कर्ज माफ नहीं हुआ तो वह 28 मई से राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ देगी।