लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 7 माह के कार्यकाल के बाद अब भाजपा के लिए सूबे के निकाय चुनावों में अपना जलवा बरकरार रखने की चुनौती है। योगी सरकार के लिए यह किसी बड़ी परीक्षा से कम नहीं होगा, हालांकि अयोध्या से निकाय चुनाव के लिए प्रचार शुरू करने पर सीएम योगी ने एक बार फिर भगवान राम के नाम से अपने अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा राम के बगैर भारत में कोई काम नहीं हो सकता है, राम हमारी आस्था के प्रतीक हैं भारत की पूरी आस्था के केंद्र बिंदु हैं।
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बता दें कि यूपी में निकाय चुनावों में एक बार फिर सभी दलों ने अपना दम लगाना शुरू कर दिया है। ऐसे में प्रचंड बहुमत लेकर सत्ता में आई भाजपा के लिए इन चुनावों में अपनी जलवा बरकरार रखने की चुनौती होगी। इस सब के बीच योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनाव के अपने तूफानी दौरे की शुरुआत अयोध्या नगरी से की। इससे पहले यहां योगी ने अपनी दिवाली मनाई थी। इसके साथ ही अयोध्या में पहली बार मेयर का चुनाव हो रहा है।
अपने अभियान की शुरुआत योगी मंगलवार को अयोध्या के जीआईसी मैदान से रैली करते हुए करेंगे, जिसमें करीब 10 हजार लोगों के आने की संभावना है। इसके साथ ही मंगलवार शाम तक योगी आदित्यनाथ अयोध्या के अलावा गोंडा और बहराइच में भी सभा करेंगे। निकाय चुनावों के मद्देनजर सीएम योगी राज्य में करीबन 33 सभाएं करेंगे।
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इस दौरान खास बात यह है कि योगी सरकार में पहली बार नगर निगम के लिए भी भाजपा ने अपना घोषणापत्र जारी किया है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में सबसे ज्यादा तवज्जो स्वच्छता, महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट, सार्वजनिक जगहों पर वाई फाई आवारा पशुओं के लिए कांजी हाउस सरीखे मुद्दों को दी है।
राम मंदिर विवाद को लेकर श्री श्री रविशंकर की ओर से की जा रही पहल पर सीएम योगी बोले कि बातचीत को लेकर किया गया कोई भी प्रयास स्वागत योग्य है। बातचीत तभी संभव होती है जब दोनों पक्ष तैयार हो. बुधवार को सीएम योगी और श्रीश्री रविशंकर की मुलाकात भी होगी।
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