नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड की 10वीं के गणित के प्रश्नपत्र लीक होने का मामला एसआईटी ने सुलझा लिया है। एसआईटी ने कहा है कि पहले गिरफ्तार किया गया डीएवी स्कूल, ऊना के शिक्षक राकेश ने यह प्रश्नपत्र लीक करवाया था। पुलिस ने मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ऊना के ब्रांच मैनेजर शेरूराम (35), हेड कैशियर ओम प्रकाश (58) एवं राकेश की भाभी को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि राकेश ने दोनों बैंक कर्मियों की मौजूदगी में ही बैंक के स्ट्रांग रूम से पेपर निकाला था और अपनी भाभी को व्हाट्सएप कर दिया था। वहां से गणित का पेपर पंचकूला और दिल्ली के पश्चिम विहार पहुंचा था। ऐसी भी खबरें हैं कि राकेश की भाभी ने उसे प्रिंसीपल बनवाने का लालच दिया था।
गौरतलब है कि अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि एसआईटी ने पिछले हफ्ते शनिवार को 12वीं कक्षा के इकोनॉमिक्स पेपर लीक होने के मामले में डीएवी स्कूल, ऊना के शिक्षक राकेश, जवाहर नवोदय स्कूल के क्लर्क अमित और चपरासी अशोक को गिरफ्तार किया था। इन लोगों ने पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी राकेश ने खुलासा किया 10वीं कक्षा का पेपर भी उसने ही लीक करवाया था।
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आपको बता दें कि शिक्षक राकेश 23 मार्च को कंप्यूटर का पेपर लेने यूनियन बैंक गया था और इसी दौरान उसने ब्रांच मैनेजर शेरूराम और हेड कैशियर ओमप्रकाश की मौजूदगी में इकोनॉमिक्स और मैथ्स के पेपर के बंडल भी निकाले थे। 12वीं का पेपर आरोपी ने अमित एवं अशोक को सौंप दिया था जबकि 10वीं कक्षा के पेपर का बंडल उसने अपने पास रखा। बाद में उसे भी लीक करा दिया। पुलिस के अनुसार शाखा प्रबंधक शेरूराम एवं मुख्य कैशियर ओमप्रकाश सीबीएसई की गाइड लाइंस के अनुसार पेपर के कस्टोडियन थे, ऐसे में ये दोनांे भी अपराध में बराबर के जिम्मेदार हैं। पुलिस ने गुरुवार को दोनों को ऊना से गिरफ्तार कर लिया। वहीं राकेश की भाभी को फिरोजपुर से गिरफ्तार किया गया है।