नई दिल्ली। ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली में कितनी भी सड़कें बना दो, फ्लाईओवर बना दो या फिर अंडरपास यहां की ट्रैफिक कम नहीं होने वाली है लेकिन दिल्ली पुलिस से इस बात का दावा किया कि है कि यहां सफर करने वाले लोगों को जल्द ही ट्रैफिक से निजात मिलने वाली है। सुप्रीम कोर्ट में एक कार्ययोजना जमा की है जिसमें वर्ष 2020 तक दिल्ली को जाम से मुक्ति दिलाने की बात कही गई है। बता दें कि इसमें मौजूदा फ्लाईओवर और अंडरपास के डिजाइन में भी बदलाव करने की बात कही गई है। बता दें कि उपराज्यपाल के निर्देश पर बनी टास्क फोर्स कमेटी ने इस बात का दावा किया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में बढ़ती ट्रैफिक की समस्या पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के मुखिया से जवाब मांगा था। यहां बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में जो शपथ पत्र दाखिल किया है उसमें शहर में लगने वाले जाम को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। इसके साथ ही इसमें मौजूदा फ्लाई ओवर और अंडरपास के डिजाइन में भी बदलाव करने की बात कही गई है। शपथ पत्र में पुलिस की ओर से कहा गया है कि करीब 350 कामों में से 108 पूरे किए जा चुके हैं।
यहां बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के निर्देश पर बनी टास्क फोर्स कमेटी ने जाम लगने वाली जगहों की पहचान कर ली है। टास्क फोर्स का कहना है कि छोटे फुटओवर ब्रिज से लेकर नए ब्रिज को बनाने में 6 से 8 महीने का समय लग सकता है। ऐसे में पूरा काम खत्म करने में एक साल का वक्त लग सकता है।
ये भी पढ़ें - फजीहत से बचने के लिए दिल्ली पुलिस ने की 'मंथन बैठक' , केजरीवाल की टीम पर दर्ज मामलों की गहन ज...
गौर करने वाली बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल किए गए शपथ पत्र पर संतोष जताते हुए कहा कि उसे पूरी उम्मीद है कि तय समय में काम को पूरा कर लिया जाएगा।