नई दिल्ली । टेरर फंडिंग मामले में जांच के घेरे में आए हुर्रियत नेता शब्बीर शाह ने पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद से अपने रिश्तों की बात कबूल ली है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि पूछताछ में हुर्रियत नेता शब्बीर शाह ने खुद माना कि उसके हाफिज सईद से तार जुड़े हुए हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए कथित तौर पर आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के आरोप में शब्बीर शाह समेत कुछ अन्य हुर्रियत नेताओं को हिरासत में लिया था। इसके बाद ED ने इस मामले में हाल में उस हुर्रियत नेता से पूछताछ की थी।
बता दें कि टेटर फंडिंग के मामले में घिरने के बाद गत जुलाई में ईडी ने शब्बीर शाह को गिरफ्तार किया था। इस मामले में उससे कई बार पूछताछ हो चुकी है। एनआईए ने इस शब्बीर शाह से पूछताछ की थी, जिसके बाद NIAने दावा किया था कि शब्बीर शाह के नाम पर करोड़ों की बेनामी संपत्ति है। एनआईए को उनकी दर्जनों संपत्तियों के बारे में पूरी जानकारी मिल गई है। सूचना है कि सन्नत नगर से लेकर बड़गाम, जम्मू, पहलगाम, कादीपोरा, अनंतनाग, श्रीनगर, नारबल और लारपोरा में उनकी कई संपत्तियां हैं। इनमें मकान-दुकान और जमीन शामिल है।
बता दें कि शब्बीर शाह को 2005 अगस्त के उस मामले में गिरफ्तार किया गया था जिसमें दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने कथित हवाला डीलर मोहम्मद असलम वानी को गिरफ्तार किया था। बानी के पास से 63 लाख रुपये बरामद किए गए थे। वानी ने पूछताछ में बताया था कि इस रकम में से 52 लाख रुपये उसे शब्बीर को देने हैं। इतना ही नहीं उस दौरान वानी ने दावा किया था कि उसने कश्मीरी में अलगाववादी नेताओं को पिछले कुछ समय के दौरान में 2.25 करोड रुपए दिए थे। इसके बाद शब्बीर शाह को गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि अपनी गिरफ्तारी से पहले शब्बीर शाह ने कहा था, बहुत भ्रम है, मैं दिल्ली जा रहा हूं। हम भारत के लोगों से पूछने जा रहे हैं कि क्या भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, उनके नेता लाल कृष्ण आडवाणी या मनमोहन सिंह गलत थे। अपने कार्यकाल में कभी भी उन्होंने भारत दौरे पर आने वाले पाकिस्तानी अधिकारियों से मिलने से नहीं रोका।