नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नासिक से शुरू हुआ किसान आंदोलन मुंबई पहुंच गया है। ऋणमाफी को लेकर करीब 6 दिनों से लगातार यात्रा कर 30 हजार से ज्यादा किसान मुंबई के आजाद मैदान पहुंच गए हैं। ये किसान सोमवार की दोपहर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से मुलाकात करेंगे। राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को पूरा करने का वादा किया लेकिन किसान सोमवार को विधानसभा के घेराव पर अड़े हुए हैं। किसान आंदोलन को राजनीतिक पार्टियों शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस समेत अन्य दलों का समर्थन मिल रहा है। बड़ी बात यह है कि किसानों ने कहीं भी कानून व्यवस्था को नहीं तोड़ा, राज्य में चल रहे बोर्ड परीक्षा में छात्रों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो इसके लिए उन्होंने रात में यात्रा की।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में आंदोलनरत ये किसान राज्य सरकार के कर्ज माफी योजना के सही क्रियान्वयन, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसान की उपज का सही दाम दिलवाने और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही ये विभिन्न प्रोजेक्टों के लिए भूमि अधिग्रहण का भी विरोध कर रहे हैं।
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बता दें कि महाराष्ट्र में किसान अपनी मांगों को लेकर इस भीषण गर्मी के बीच 6 मार्च से करीब 180 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर मुंबई पहुंचे हैं। किसान सभा के अध्यक्ष किशन गुर्जर ने कहा कि अभी किसानों की संख्या 35000 से ज्यादा है। उन्होंने कहस कि सोमवार को 20000 से अधिक और किसान हमारे साथ जुड़ जाएंगे। यहां गौर करने वाली बात है कि किसान आंदोलन का रूप देखकर राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने मुलुंद में किसान नेताओं से मुलाकात कर उनकी ज्यादातर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ उन्होंने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने का भी वादा किया।