नई दिल्ली । सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को एक बार फिर चीन पर सीधा हमला बोला। मीडिया से बातचीत में सेना प्रमुख ने कहा- चीन एक शक्तिशाली देश है, लेकिन भारत कोई कमजोर राष्ट्र नहीं है। पिछले कुछ समय से चीन कुछ मुद्दों को लेकर लगातार दबाव डाल रहा है, हम भी उनसे निपट रहे हैं। हालांकि हमारा ध्यान इस ओर भी है कि ये दबाव बढ़ने न पाए। हम अपने क्षेत्र को आतंकित करने की अनुमति नहीं देंगे। हमारे सैनिक तैनात हैं, यदि जरूरत पड़ी तो हमारी सेना भी तैयार हैं।
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सेना प्रमुख ने चीन की हालिया नापाक हरकतों पर कहा कि हम चीन की हर प्रकार की हठ बाजी से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। हम अपने पड़ोसियों को चीन के पाले में जाने नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसियों को देश से दूर होकर चीन के करीब नहीं जाने दे सकता।
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इस दौरान जनरल बिपिन रावत ने अमेरिका द्वारा आतंकवाद से निपटने को लेकर पाकिस्तान को दी गई चेतावनियों पर कहा कि भारत को इंतजार करना होगा और पाकिस्तान पर अमेरिकी दबाव के असर को देखना होगा। सेना प्रमुख ने कश्मीरी छात्रों से पूछा, आप लोगों में से कितनों ने पवित्र कुरान पढ़ी है? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी केवल इस्तेमाल करके फेंकने की चीज हैं और भारतीय सेना का नजरिया यह सुनिश्चित करना रहा है कि उसे दर्द का एहसास हो।
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उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सैन्य स्तर पर, यदि कोई खतरा है तो हमें तैयार रहना चाहिए। अब हमें अपना ध्यान उत्तरी सीमा पर स्थानांतरित करना चाहिए। 2017 में हमारा ध्यान दक्षिण कश्मीर पर था। इस साल हम उत्तरी कश्मीर के बारामुला, पट्टन, हंडवारा, कुपवाड़ा, सोपोर और लोलाब और बांदीपोर के कुछ उत्तरी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, ताकि घुसपैठ को रोका जा सके।