अहमदाबाद। आखिरकार लंबे समय से गुजरात में 'राम बनाम रोम' और विकास के पागल होने के मुद्दे पर गुजरात विधानसभा चुनावों में मचे हंगामे का पहला चरण गुरुवार शाम थम जाएगा। गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रचार अभियान आज खत्म हो जाएगा। हालांकि इससे पहले जहा पीएम मोदी समेत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कई ताबड़तोड़ रैलियों को संबोधित करेंगे, वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी जनसभाओं को संबोधित कर कांग्रेस के 22 वर्ष के वनवास को खत्म करने की पूरजोर कोशिश करेंगे। पहले चरण के तहत 9 दिसंबर को 89 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।
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आज चलेगा ताबड़तोड़ रैलियों का दौर
पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमित शाह सूरत, कडना, खरेलू, सिद्धपुर में रैलियां करेंगे। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमनाथ मंदिर में दर्शन कर राजकोट, वडोदरा में रैलियां करेंगे। इसी क्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी गुजरात में होंगी और वो अहमदाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगी। वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी आज भावनगर में रैली करेंगे।
कांग्रेस करेगी राज्यभर में पत्रकार वार्ता
जहां भाजपा कई इलाकों में रैलियां और जनसभाएं करेगी, वहीं कांग्रेस ने गुजरात में अपने 22 सालों के वनवास को खत्म करने के लिए एक अलग रणनीति बनाई है। खबरों के अनुसार, कांग्रेस ने पहले चरण का प्रचार खत्म होने पर राज्य भर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। इस दौरान वह पीएम मोदी को घेरने की रणनीति के तहत बयानबाजी करेंगे। इसके लिए कांग्रेस के करीब 25 बड़े नेताओं की टीम गुजरात में मौजूद है। ये टीम पीएम मोदी समेत भाजपा के नेताओं पर सवालों की बौछार करेगी। अमूमन ये सवाल पिछले कुछ दिनों से पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी से ट्वीट कर पूछे गए सवालों के इर्द-गिर्द होंगे।
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विकास के पागल' होने पर होगी बहस
इस दौरान कांग्रेस राज्य में विकास के पागल होने संबंधी मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधेगी। भाजपा से राज्य में पिछले 22 साल के दौरान में हुए विकास कार्यों को लेकर सवाल पूछे जाएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने भी कहा कि जब-जब प्रधानमंत्री या बीजेपी से गुजरात में हुए विकास के मुद्दे पर सवाल किया जाता है, तो वह सीधा जवाब नहीं देने की बजाए सांप्रदायिक बातें करने लगते हैं।
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कांग्रेस-भाजपा के किए अपने अपने दावे
बहरहाल, पहले चरण का प्रचार खत्म होने से पहले एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में अपनी जीत का दावा किया है। पार्टी का कहना है कि इस बार के चुनावों में उनके पास पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में अधिक सीटें जीतने का मौका है। वर्ष 2012 में हुए चुनाव में विधानसभा की 182 सीटों में से कांग्रेस को 61 सीटें मिली थी। हालांकि भाजपा का कहना है कि इस बार भाजपा पहले से भी ज्यादा मजबूत पार्टी बनकर गुजरात में उभरी है। पिछले बार उन्हें 115 सीटें मिली थी लेकिन इस बार उन्हें उम्मीद है कि पार्टी को 150 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।