नई दिल्ली। किसी सरकार के खिलाफ लोकसभा में 15 साल के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। तेलगू देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को नई दिल्ली मंे कहा कि हमें पता था कि एनडीए सरकार के पास बहुमत है और सरकार लोकसभा में अपना बहुमत साबित कर देगी। हमारा अविश्वास प्रस्ताव एक तरह से बहुमत बनाम नैतिकता था। केंद्र सरकार नैतिकता के मामले में सभी मोर्चो पर विफल रही है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश के लोगों का विश्वास खो दिया है।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि एनडीए सरकार के पास भले ही बहुमत है लेकिन नैतिक रूप से सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। केंद्र की सरकार ने आंध्रप्रदेश के 5 करोड़ जनता की भावनाओं का भी सम्मान नहीं किया। 4 साल में एनडीए सरकार के खिलाफ यह पहला अविश्वास प्रस्ताव था, सरकार ने फ्लोर पर बहुत साबित करके विपक्ष को शिकस्त दे दी। बेरोजगारी, किसानों की समस्या की मुद्दे पर सरकार चुनाव से पहले जागी है। ये सरकार के नैतिक खोखलेपन को साबित करता है।
बता दें कि लोकसभा में शुक्रवार को टीडीपी द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान एनडीए सरकार के पक्ष में 325 वोट मिले जबकि विपक्ष को 126 वोट मिले। शुक्रवार को कुल 451 सांसद लोकसभा में उपस्थित थे। एआईएडीएमके ने सरकार के समर्थन में वोटिंग की। शिवसेना और बीजद तटस्थ रहे। अर्थात् शिवसेना और बीजद ने न किसी पक्ष में वोट दिया न ही किसी का विरोध किया।