नई दिल्ली। देश के पूर्व मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार की शाम देहांत हो गया। शुक्रवार की सुबह 9 बजे से भाजपा मुख्यालय मंे आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। करीब 1 बजे तक अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को आखिरी यात्रा पर ले जाया जाएगा और राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा साथ ही वहीं पर उनकी समाधि भी बनेगी। बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम गुरुवार रात से ही उनके घर 6ए कृष्णा मेनन मार्ग पर उमड़ना शुरू हो गया था।
गौरतलब है कि लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी अंतिम यात्रा में प्रार्थना सभा और 21 बंदूकों की सलामी के साथ शाम 4 बजे यमुना किनारे राजघाट के करीब राष्ट्रीय स्मृति स्थल में दाह संस्कार किया जाएगा। स्मृति स्थल जवाहर लाल नेहरू के स्मारक ‘शांति वन’ और लाल बहादुर शास्त्री के ‘विजय घाट’ के बीच स्थित है। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का अंतिम संस्कार स्मृति स्थल में किया जाएगा जो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मारकों के बीच स्थित है।
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यहां बता दें कि शुक्रवार की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने कई बड़े नेताओं के आने का सिलसिला जारी है।
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे।
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
- भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने अटल बिहारी को श्रद्धांजलि दी।
- सेनाप्रमुख बिपिन रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
-आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।