नई दिल्ली । उत्तराखंड के एक और मेजर विभूति नारायण ढौंढियाल समेत 4 जवान सोमवार सुबह पुलवामा के पिंगलीना में मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए हैं। आतंकियों ने मुठभेड़ के दौरान सेना के मेजर और जवानों को उस समय निशाना बनाया , जब वह लोगों को इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगे हुए थे। खबर आ रही है कि इस दौरान एक आतंकी ने अपनी स्नाइपर राइफल से मेजर समेत जवानों को निशाना बनाया। इस हमले में 31 वर्षीय देहरादून के ही निवासी विभूति नायारण ढौंढियाल शहीद हो गए है। अभी मिली सूचना के अनुसार , वह देहरादून के नेश्विवला रोड के 36 डंगवाल मार्ग पर रहते हैं। बीते साल अप्रैल में ही उनकी शादी हुई थी। वह मूल रूप से उत्तराखंड के ढोंढ गांव के निवासी है। वह तीन बहनों के अकेले भाई थे। इससे पहले देहरादून के ही चित्रेश सिंह बिष्ट ने एक आईईडी ब्लास्ट में सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनका सोमवार दोपहर हरिद्वारा में अंतिम संस्कार किया गया ।
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मेजर चित्रेश बिष्ट को हरिद्वार में अंतिम विदाई , राजनकीय सम्मान से अंतिम संस्कार
बता दें कि रविवार रात पुलवामा के पिंगलीना में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली । इस सूचना के बाद सुरक्षाबलों के साथ जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया। इस दौरान सुरक्षाबल स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के काम में लगे थे, लेकिन आतंकियों को सेना की उपस्थिति का एहसास हो गया । इस दौरान एक आतंकी ने अपनी स्नाइपर राइफल से सेना के मेजर विभूति नारायण ढौंढियाल को निशाना बनाया। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद के दौरान वह घायल हो गए, कुछ बाद वह उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दे दिया।
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इसी क्रम में तीन अन्य जवान भी मुठभेड़ में आतंकियों की गोलियों का निशाना बन गए। अभी इन जवानों के नाम सामने नहीं आए हैं।