नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सीएम ने इस्तीफा सौंपने के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन करने के पीछे मकसद राज्य की जनता को मुसीबतों से बाहर निकालना था। उन्होंने कहा हमने बड़े विजन के साथ गठबंधन बनाया था। हमने जम्मू कश्मीर में संवाद कायम करने के लिए सरकार बनाई थी।
ये भी पढ़ें - दिल्ली सरकार और आईएएस एसोसिएशन के बीच सुलझ सकता है गतिरोध, उपराज्यपाल के पाले में गेंद
आपको बता दें पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने राज्य में शांति व्यवस्था को कायम करने के लिए सीजफायर करवाया। पत्थरबाजों के करीब 11 हजार केसों को वापस लिया गया ताकि राज्य के युवाओं को सही रास्ते पर लाया जा सके। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सख्ती की राजनीति नहीं चलेगी। उनकी तरफ से घाटी मंे शांति की कोशिशें जारी रहेंगी। भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के सरकार में आने पर मुसलमान काफी असहज थे और पीडीपी की तरफ से इसके बावजूद पूरी कोशिश की गई। अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उन्हें राज्य में धारा 370 को लेकर लोगों के डर को खत्म करने की भी बात कही है।