मुंबई। मुंबईवासियों के लिए मंगलवार की सुबह परेशानी लेकर आई। अप्रेंटिस छात्रों ने रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। छात्रों के इस आंदोलन की वजह से अपने काम और दफ्तर जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई सेंट्रल से माटुंगा की जाने वाली रेलवे लाइन पर छात्रों ने पूरी तरह से कब्जा जमा लिया है। इन छात्रों की मांग है कि रेल मंत्री ने लिखित में आश्वासन दें कि इनका सेटलमेंट किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन इन छात्रों को रेल पटरियों से हटाने की कोशिश में लगी हुई है। लोकल रेल सेवा के ठप होने से यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए मुंबई परिवहन की कई बसों को प्रभावित स्टेशनों के बाहर सेवा में लगाया गया है ताकि लोगों की परेशानी कम हो सके। आंदोलन की वजह से सेंट्रल लाइन की 30 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
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गौरतलब है कि छात्रों के रेल पटरियों पर बैठने से ट्रेनों का आवागमन बाधित हो रहा है। इसके साथ ही लोकल ट्रेनों के अलावा लंबी दूरी के ट्रेनें भी प्रदर्शन के चलते लेट हो रही हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज भी किया इससे थोड़ी देर के लिए छात्र वहां से हट गए लेकिन उन्होंने दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पुलिस छात्रों को समझाने की कोशिश में लगी हुई है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि इन्हें रेलवे में सरकारी नौकरी दी जाए। वहीं दूसरी तरफ इस आंदोलन को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने सरकार से छात्रों को लिखित आश्वासन देने की मांग की है।