नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आतंकियों को धन मुहैया कराने के मामले में गुरुवार को एनआईए ने 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। इस चार्जशीट में लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के नाम भी शामिल हैं। बता दें कि टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की 6 महीने की पुलिस और न्यायिक हिरासत आज यानी कि गुरुवार को खत्म हो रही है। ऐसे में आतंक रोधी कानून ‘गैरकानूनी गतिविधि (गतिविधि) अधिनियम’ के तहत अभियोजन एजेंसी को 6 महीने के भीतर आरोप पत्र दायर करना होता है। ऐसा करने में नाकाम रहने पर आरोपी जमानत के योग्य हो जाते हैं।
टेरर फंडिंग में गिरफ्तारी
आपको बता दें कि टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने कट्टरपंथी अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह उर्फ अल्ताफ फंटूश, मीरवाइज उमर फारूक के हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रवक्ता शाहिद उल इस्लाम, गिलानी की पार्टी के प्रवक्ता अयाज अकबर और अलगाववादियों नईम खान, बशीर भट उर्फ पीर सैफुल्लाह और राजा मेहराजुद्दीन कलावल को गिरफ्तार किया था।
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कई संगठनों के नाम
यहां बता दें कि एनआईए ने इस मामले में चर्चित कारोबारी जहूर अहमद वताली को भी गिरफ्तार किया था। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के 2016 में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने पर हिंसा में हिंसक झड़पों के बाद यह मामला दर्ज किया गया था। बड़ी बात यह है कि एनआईए द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में लश्कर ए तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के अलावा हुर्रियत कांफ्रेंस, हिजबुल मुजाहिदीन और दुखतरन ए मिल्लत के नाम भी आरोपियों में शामिल हैं।