नई दिल्ली । पुलवामा आतंकी हमले में शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपनी जांच के कुछ बिंदुओं का खुलासा किया है। एनआईए ने साफ किया है कि आतंकियों को सीआरपीएफ के इस काफिले की पहले से जानकारी थी। आतंकियों ने काफिले की पांचवी गाड़ी को अपना निशाना बनाया। इतना ही नहीं इन आतंकियों को पता था कि पांचवें नंबर पर आने वाला वाहन बुलेटफ्रूफ नहीं था। इतना ही नहीं जिस जगह को आतंकियों ने इस हमले के लिए चुना वह भी उनकी रणनीति का हिस्सा था, क्योंकिन उस जगह पर थोड़ी ढलान थी, जिसके चलते वाहनों की स्पीड थोड़ी कम हो जाती है, इसी का फायदा आतंकियों ने अपनी कार को सेना के वाहन से टकराने के लिए उठाया।
NIA ने खोजा जैश आतंकियों का गढ़ , पुलवामा से पंपोर के बीच कर चुके हैं जवानों पर 10 बड़े हमले
बता दें कि पुलवामा हमले की जांच के लिए शुक्रवार सुबह की NIA की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई थी। अब एनआईए की जांच में कुछ खुलासे हुए हैं। यह खुलासे चौंकाने वाले हैं, क्योंकि आतंकियों को पहले से पता था कि इस काफिले में कुछ वाहन बिना बुलेटफ्रूफ वाले भी थे। अपनी साजिश के तहत आतंकियों ने काफिले के पांचवें नंबर के वाहन को चुना था, जिसकी जानकारी उन्हें पहले से थी।
PM मोदी LIVE - देश के दुश्मन कहीं भी छिप जाएं, अब बचने वाले नहीं हैं, जवान तय करेंगे गुनहगारों को कब-कहा-कैसे सजा देंगे
एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि जिस जगह पर आतंकियों ने अपनी कार को सीआरपीएफ के वाहन से टकराया, उस जगह पर कुछ ढलान थी, जिसके चलते काफिले की गाड़ियों की रफ्तार कम हो गई। इसी दौरान आतंकियों ने आरडीएक्स से भरी अपनी कार को सीआरपीएफ के वाहन से टकरा दिया।
सीआरपीएफ की हुंकार , ट्वीट कर लिखा- ना भूलेंगे ना माफ करेंगे , जधन्य हमले का बदला लेकर रहेंगे
अभी तक इस बात को लेकर संशय जताया जा रहा था कि आखिर आतंकियों ने इस हमले को अंजाम देने के लिए किस चीज का इस्तेमाल किया , तो एनआईए ने अपनी जांच में साफ किया है कि इसमें आरडीएक्स का ही इस्तेमाल किया गया था, जो करीब 150- 200 किलो के करीब था। यही कारण था कि सीआरपीएफ का वाहन पूरी तरह से खत्म हो गया और उसमें बैठे सभी जवानों की मौत हो गई।