बेंगलुरु । क्या कर्नाटक में कांग्रेस के घर में सेंध लग गई है। आखिर कांग्रेस के 9 विधायक पार्टी के संपर्क में क्यों नहीं हैं। कांग्रेस में आखिर ऐसा क्या हुआ है कि पार्टी को अपने विधायकों को विधानसभा में आने के विए व्हिप जारी करना पड़ गया। ये वो सवाल हैं जो इस समय कर्नाटक कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 9 विधायकों के गैरहाजिर होने पर गुरुवार को भी भाजपा ने जमकर हंगामा किया। भाजपा ने सदन में आरोप लगाए हैं कि राज्य की कांग्रेस जेडीएस गठबंधन सरकार के पास अब बहुमत नहीं है।
बिना बहुमत की सरकार जाओ
सदन में कांग्रेस के विधायकों की अनुपस्थिति को भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस - जेडीएस गठबंधन सरकार को आड़े हाथों लिया है। विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही 10 दिन के बजट सत्र के दूसरे दिन शुरू हुई। इस दौरान भाजपा के विधायकों ने सदन के अध्यक्ष के पास जाकर सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान भाजपा विधायकों ने गठबंधन सरकार पर आरोप लगाए कि उनके पास बहुमत नहीं रहा है। ऐसा में बिना बहुमत की सरकार जाओ के नारे लगाए गए। इसके साथ ही भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री पद छोड़ो के नारे लगाए। इसके साथ ही भाजपा विधायक एकता नहीं - बहुमत नहीं के नारे भी सदन में लगाते सुने गए।
कांग्रेस ने बुलाया व्हिप
सदन में हंगामे के बीच गुरुवार को स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी थी। इसके साथ ही कांग्रेस ने भी शुक्रवार को सदन में अपने विधायकों की उपस्थिति के लिए व्हिप जारी किया है। कांग्रेस अपने सभी विधायकों को सदन में देखना चाहता है, लेकिन उनके 9 विधायकों के विधानसभा में न आने और उनके कांग्रेस के संपर्क में न होने के चलते पार्टी के लिए नया खतरा पैदा हो गया है।
क्या पलटने वाली है कर्नाटक सरकार
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता येदियुरप्पा पहले ही इस बार के संकेत दे चुके हैं कि आने वाले समय में भाजपा एक बार फिर से राज्य में अपनी सरकार बना सकती है। पिछले दिनों खबर थी कि कांग्रेस के 3 से 5 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। लेकिन अब 9 विधायकों के पार्टी के संपर्क में नहीं होने की बातें सामने आ रही हैं। वहीं गठबंधन सरकार को समर्थन देने वाले दो निर्दलीय विधायक पहले ही सरकार से अपना समर्थन वापस ले चुके हैं।
कांग्रेस -जेडीएस में तकरार जारी
जहां एक ओर कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस के साथ गठबंधन से नाराज जेडीएस के भी कुछ विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में होने की खबरें हैं। पिछले दिनों कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं के बीच गतिरोध की खबरें आती रही हैं। खुद मुख्यमंत्री कुमार स्वामी कांग्रेस के रुख पर नाराजगी जाहिर करते हुए खुद सीएम का पद छोड़ने की बात कह चुकी हैं।