नई दिल्ली । PNB बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी इन दिनों विदेशों में शरण लिए हुए हैं। नीरव भारतीय बैंकों के हजारों करोड़ रुपये लेकर भारत से भागे और फिर भारत आने से मना कर चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने भारतीय बैंकों की रकम चुकाने से भी मना कर दिया है लेकिन अब खबर है कि वह दो विदेशी बैंकों से लिए गए लोन की रकम को चुकाने के लिए तैयार हो गए हैं। इस सब के बीच अमेरिका के HSBC बैंक और इजरायल के डिस्काउंट बैंक ने तो नीरव की कंपनियों से अपने लोन की रकम वसूल भी ली है। दोनों बैंकों को न्यूयॉर्क कोर्ट से अपनी बकाया रकम वसूलने का आदेश मिला था, जिसके बाद विदेशी बैंकों ने नीरव के कंपनियों से अपनी रकम वसूल ली।
बता दें कि भारत के पीएनबी बैंक को हजारों करोड़ का चुना लगाने के बाद नीरव मोदी विदेश फरार हो गए हैं। पीएनबी बैंक समेत सरकार भी उनसे रकम वसूल पाने में असमर्थ दिख रही है। हालांकि विदेशी बैंक अपनी रकम वसूलने में कामयाब हो गए हैं। हालांकि उनके द्वारा दिए गए लोन की राशि काफी कम थी।
मिली जानकारी के मुताबिक , न्यूयॉर्क के IDB बैंक ने नीरव की तीन कंपनियों को एक करोड़ 20 लाख डॉलर का लोन दिया था। यह लोन उसने आज से 5 साल पहले 2013 में दिया था। वहीं 2008 में HSBC ने नीरव को 1 करोड़ 60 लाख डॉलर का लोन दिया था। नीरव की विदेश में मौजूद संपत्तियों की तुलना में यह लोन काफी कम है। इसलिए यूएस ट्रस्टी ने बैंकों और कोर्ट को विश्वास दिलाया है कि उनकी वसूली हो जाएगी।
हालांकि इस मामले में अभी एक पेच यह भी है कि जिन संपत्तियों की बात विदेशी बैंकों से की गई है, क्या उसमें वो संपत्ति शामिल है, जो भारतीय एजेंसियां अटैच कर चुकी हैं।