नई दिल्ली। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी अंडरवर्ल्ड डाॅन की जिंदगी की उल्टी गिनती शुरू होने वाली है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए अब अमेरिका भी तैयार हो गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच अपने अमेरिकी समकक्षों माइकल आर पॉम्पियो और जेम्स एन मैटिस के साथ हुए टू प्लस टू वार्ता के दौरान अमेरिका ने डी कंपनी, अल कायदा, आईएसआईएस, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान और इनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। वार्ता के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है।
गौरतलब है कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि दाउद पाकिस्तान में ही छिपा हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से पहले भी इस बात को कहा गया है कि भारत हार हाल में दाउद को वापस लाएगी लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसकी जानकारी साझा नहीं की जा सकती है। बताया जा रहा है कि टू प्लस टू वार्ता के बाद बनी सहमति से दाउउ से संबंधित सभी जानकारियों को साझा की जा सकेगी।
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यहां बता दें कि अंडरवर्ल्ड डाॅन की काफी संपत्ति अमेरिका में भी है। अब भारत और अमेरिका के बीच हुए समझौते के बाद उन संपत्तियों को जब्त करने में मदद मिलेगी। टू प्लस टू वार्ता में बार-बार पाकिस्तान का जिक्र होने से इस बात की उम्मीद की जा रही है कि ट्रंप प्रशासन भारत के पड़ोसी देश पर आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राजनयिक दबाव बनाएगा।
गौर करने वाली बात है कि दोनों देशों के बीच हुई वार्ता में आतंक पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही गई है। टू प्लस टू वार्ता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच अपने अमेरिकी समकक्षों माइकल आर पॉम्पियो और जेम्स एन मैटिस के साथ नई दिल्ली में हुई। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण एशिया नीति का समर्थन करती है। उनका पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद को खत्म करने का आह्वान करने का भारत अनुनाद करता है।’’