नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकियों के मारे जाने से बौखलाए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर बाॅर्डर एक्शन टीम (बैट) के जवानों को तैनात कर दिया है। खूफिया जानकारी के अनुसार 60-70 दस्ते इन दोनों स्थानों पर हमले की फिराक में हैं। मंगलवार को सांबा में किए गए हमले में भी बैट टीम के सदस्यों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है।
गौरतलब है कि घुसपैठ में नाकाम रहने के बाद पाकिस्तान ने अब अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के लिए बैट का सहयोग लेने की साजिश कर रहा है। यहां बता दें कि मंगलवार की रात को बैट के सदस्य फेंस के काफी करीब आ गए थे और बीएसएफ जवानों को निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि आमतौर पर सीजफायर उल्लंघन के दौरान जवानों के फेंस के करीब आने की खबरें कम ही देखने में आती हैं ऐसे में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि मंगलवार के हमले को बैट के जवानों ने ही अंजाम दिया है।
ये भी पढ़ें - भूख हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री की तबीयत बिगड़ी, सीएम ने प्रधानमंत्री से की हड़ताल खत्म क...
यहां बता दें कि नियंत्रण रेखा पर बैट के सैनिक बड़ी संख्या में सक्रिय हैं। सैन्य अधिकारियों के अनुसार राजोरी, पुंछ के साथ ही उत्तरी कश्मीर के बारामुला, कुपवाड़ा व बांदीपोरा में यहां की भौगोलिक परिस्थितियां बैट हमले में सहायक होती हैं क्योंकि घने जंगलों के कारण उनके मूवमेंट का पता लगा पाना मुश्किल होता है।
कौन होते हैं बैट टीम में
गौर करने वाली बात है कि बैट में पाकिस्तानी सेना के साथ ही आतंकी एवं कसाई शामिल होते हैं। ये सभी काफी प्रशिक्षित तथा खूंखार होते हैं। ऐसे में ये हमला कर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। उन्हें हमले के दौरान शवों को क्षत विक्षत करने में किसी भी प्रकार की तनिक भी झिझक नहीं होती है। कुछ मौकों पर जवानों के सिर भी काटे गए हैं। कुछ दिनों पहले खूफिया विभाग ने इस बात की जानकारी दी थी कि कश्मीर घाटी में घुसपैठ के लिए एलओसी पार बने लांचिंग पैड पर 200 से 250 प्रशिक्षित आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। खबरों के अनुसार ये आतंकी 28 जून से शुरू हो रहे अमरनाथ यात्रा के दौरान भारी तबाही की साजिश के तहत आतंकी संगठन ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को इस पार भेजने की फिराक में हैं।