नई दिल्ली। गलती से सीमा पार चले गए भारतीय जवान चंदू बाबूलाल को पाकिस्तान आज रिहा करेगा। चंदू, पंजाब के बाघा बार्डर से भारत आएंगे। यहां आने के बाद डाॅक्टर उनका चेकअप करेंगे। 37 राष्ट्रीय राइफल्स के इस जवान को वापस लाने के लिए भारत ने डीजीएमओ लेवल पर पाकिस्तान से कई बार बातचीत की।
गलती से गया पाकिस्तान
सीमा पर तैनात जवानों या फिर वहां रहने वाले निवासियों के अक्सर दूसरे देशों की सीमा में प्रवेश करने की खबरें आती रहती हैं। इसके बाद उन्हें छुड़ाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जम्मू कश्मीर में तैनात भारतीय जवान चंदू बाबूलाल भी पीओके में भारत की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद गलती से पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। उसके बाद पाक रेंजर्स ने उसे मनकोट नामक जगह से अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बाद चंदू को नियाकल के पाकिस्तानी आर्मी हेडक्वार्टर में रखा गया। पाकिस्तान को ऐसा लगा था कि चंदू भी सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा था, इसके जवाब में इंडियन आर्मी ने कहा था कि चंदू सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा नहीं था। वह गलती से सीमा पार कर गया था।
डीजीएमओ लेवल पर चल रही थी बातचीत
आपको बता दें कि चंदू को छुड़ाने के लिए डीजीएमओ स्तर पर कई बार बातचीत की गई आइए आपको इसके बारे में बता दें।
- 12 जनवरी को रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भाम्बरे ने कहा था कि चंदू की घर वापसी के लिए पाक के साथ डीजीएमओ लेवल पर 20 से ज्यादा बार बातचीत हुई।
- पाकिस्तान जांच पूरी होने के बाद हमारे जवान को छोड़ने के लिए राजी हो गया है।
महाराष्ट्र का रहने वाला है चंदू
- चंदू महाराष्ट्र के धुले जिले का रहने वाला है। बचपन में ही चंदू के माता-पिता की मौत हो गई थी। तब से तीनों भाई-बहन बोरविहिर में अपनी नानी के घर रह रहे थे।
- चंदू के पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर सुनकर एक हफ्ते के भीतर ही उनकी नानी का हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
- भाई का नाम भूषण और बहन का नाम रुपाली है। दोनों भाई सेना में काम कर रहे हैं। चंदू का भाई भूषण चव्हाण 9जी मराठा लाइट इन्फैंट्री गुजरात में पोस्टेड है।