श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि नेशनल कांफ्रेंस की मदद से कांग्रेस और पीडीपी गठबंधन कर राज्य में सरकार बना सकती है। बता दें कि दोनों पार्टियों ने साल 2002 एवं 2007 में भी मिलकर सरकार बना चुकी हैं। मौजूदा विधानसभा में पीडीपी के पास 28, नेकां के पास 15 तथा कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं। गौर करने वाली बात है कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार से भाजपा के समर्थन वापस लेने पर राज्य में सरकार गिर गई थी।
गौरतलब है कि सरकार गिरने के बाद भाजपा पर पीडीपी के विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया गया। इसके बाद भाजपा के द्वारा उन विधायकों के साथ मिलकर अकेले दम पर सरकार बनाने की बात भी सामने आई लेकिन भाजपा ने इससे पूरी तरह से इंकार किया था। अब एक बार फिर से जम्मू कश्मीर में राजनीतिक जोड़तोड़ तेज हो गई है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि नेशनल कांफ्रेंस की मदद से कांग्रेस और पीडीपी गठबंधन कर सरकार बना सकती है।
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यहां बता दें कि यदि नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस तीनों पार्टियां मिल जाती हैं तो उन्हें बहुमत का आंकड़ा आसानी से हासिल हो जाएगा। भाजपा के पास 25 विधायक हैं जबकि पीडीपी के पास 28, नेकां के पास 15 तथा कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन में शामिल नहीं होना चाहती है लेकिन वह कांग्रेस और पीडीपी को बाहर से समर्थन देने से कोई ऐतराज नहीं है। अगर यह गठबंधन सामने आता है तो मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान होगी।
आपको बता दें कि रियासत में राज्यपाल शासन 19 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन के आसार हैं। हालांकि, राज्यपाल ने यह स्पष्ट किया है कि राष्ट्रपति शासन के बाद भी विधानसभा को भंग नहीं किया जाएगा।