नई दिल्ली / लखनऊ । दिल्ली के पांच सितारा होटल में पिस्तौल दिखाकर एक कपल को धमकाने वाला 'पिस्टल पांडे' यानी पूर्व सांसद राजेश पांडेय के बेटे आशीष पांडेय के आगे आखिरकार पुलिस पस्त हो गई है। पुलिस की कई टीमें आशीष को ढूंढने में जुटी हैं, लेकिन सब के हाथ निराशा ही लगी है । दिल्ली पुलिस को आशीष की आखिरी लोकेशन यूपी के बस्ती जिले की मिली है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस के एक टीम बस्ती में उसे खोज रही है। साथ ही दिल्ली पुलिस की मदद की मांग पर यूपी एसटीएफ भी आशीष को तलाशने में जुट गई है।खबरें है कि एसटीएफ की टीमें उसे नेपाल बॉर्डर से सटे जिलों में तलाशने में जुट गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि वह नेपाल भागने मे सफल हो गया है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 13 अक्तूबर को दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में शराब के नशे में चूर होने के बाद बसपा से पूर्व सांसद राजेश पांडेय का बेटा आशीष महिलाओं के टॉयलेट में घुस गया था। उस दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने उसका विरोध किया, जिससे नाराज होकर वह एक युवती पर गुस्सा करने लगा। हंगामा होने पर उस समय तो वह वहां से चला गया लेकिन बाद में वह बाहर आया और अपनी कार में बैठकर उस युवती के बाहर आने का इंतजार करने लगा। जब युवती अपने साथी के साथ बाहर निकली तो आशीष ने इस कपल को जमकर धमकाया और हाथ में पिस्तौल दिखाकर उन्हें लगातार गालियां दी। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद होटल के सिक्योरिटी इंचार्ज ने दिल्ली के आरके पुरम थाने में दबंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
पैसा और पॉवर का नशा है आशीष पर
असल में आशीष पांडेय उर्फ सुड्डू के पिता राकेश पांडेय जलालपुर से पहली बार एसपी से विधायक चुने गए थे। बाद में वह बसपा से अकबरपुर लोकसभा सीट से एमपी बने। इसके बाद उनका बड़ा बेटा भी राजनीति में उतरा और 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालपुर सीट से बसपा के टिकट पर विधायक बना। आशीष व उनके परिवार का यूपी के कई जिलों में शराब, रियल एस्टेट व खनन का कारोबार है। आशीष के पास दो लाइसेंसी असलहे हैं, जिनमें एक पिस्टल और एक बंदूक है। सूर्या कांट्रेक्शन फर्म से ठेकेदारी करने वाले आशीष के चाचा पवन पांडेय व चाचा कृष्ण पांडेय का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है।
लखनऊ स्थित ठिकानों पर मिले कर्मचारी
मामला तूल पकड़ता देख दिल्ली पुलिस की एक टीम लखनऊ पहुंची और उसने आशीष के दिलकुशा स्थित फ्लैट के साथ ही उसके विभवखंड-3 में बने ऑफिस में भी छानबीन की। घर पर आशीष के यहां काम करने वाले लोग ही मिले, सूचना मिली कि वह मंगलवार सुबह 8 बजे घर से निकल गए थे। इस दौरान उनकी पत्नी और बच्चा साथ है। दिल्ली पुलिस ने फ्लैट में मौजूद नौकर से करीब एक घंटे 40 मिनट तक पूछताछ की। वहीं, क्राइम ब्रांच की एक टीम गोमतीनगर स्थित विभवखंड-3 में आशीष के ऑफिस पर डेरा डाले हुए थी। हालांकि वह वहां भी नहीं था।
बस्ती में मिली आखिरी लोकेशन
इस जानकारी के बाद जब पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन का पता लगाया तो वह मंगलवार दोपहर 1 बजे उसकी आखिरी लोकेशन यूपी के बस्ती की आई है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसके नेपाल भाग जाने की आशंकाओं के मद्देनजर नेपाल बॉर्डर से सटे जिलों की सीमा वाले इलाकों की पुलिस को सतर्क कर दिया है।
एसटीएफ भी जुटी तलाश में
दिल्ली पुलिस की टीमें जहां आशीष की तलाश में जुट गई हैं , वहीं यूपी एसटीएफ की एक टीम को आशीष पाण्डेय की तलाश में लगाया गया है। दिल्ली पुलिस ने आशीष की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस से मदद मांगी थी, जिसके बाद एक टीम को आशीष की तलाश में लगाया गया है।