नई दिल्ली । देश में मॉब लिचिंग (भीड़ की हिंसा) की घटनाओं के बढ़ने के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं पिछले कुछ दिनों में इस तरह की घटनाएं हुई हैं, जो दुर्भाग्य पूर्ण हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए सिस्टम को दुरुस्त करना होगा। इस दौरान उन्होंने साफ किया कि इस तरह की घटनाएं अमूमन अफवाहों और फेक न्यूज के चलते होती हैं। ऐसे में राज्य सरकारों की यह जिम्मेदारी बनती है कि जो भी इस तरह की घटनाएं होती हैं, उस पर प्रभावी कार्रवाई करे। ये स्टेट का सबजेक्ट है, जिसके लिए राज्य सरकारों को समय रहते कार्यवाही करनी होगी। वहीं गृहमंत्री ने इन घटनाओं को रोकने के लिए सोशल मीडिया एजेंसियों से आह्वान किया कि वो इन घटनाओं को रोकने के लिए पहल करें।
असल में भीड़ की हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा में हो रहे हंगामे के चलते केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में बयान दिया। अपने बयान में उन्होंने कहा-मैं मानता हूं कि मॉब लिचिंग के चलते कुछ लोगों की मौत हुई है। लेकिन यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। मैं सरकार की ओर से इसकी आलोचना करता हूं।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि इस तरह की समस्त मॉब लिचिंग की जो भी घटनाएं होती हैं वो अफवाहों और फेक न्यूज के कारण होती है। राज्य सरकारों की यह जिम्मेदारी होती है कि वह इस घटनाओं के पीछे दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें। इस मामले में केंद्र सरकार भी चुप नहीं है, बल्कि गृहमंत्रालय की तरह से दो बार इस मुद्दे को लेकर एडवायजरी जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से जिस तरह झूठी खबरों को फैलाने का काम किया जाता है , यह चिंताजनक है। ऐसे में हमने सोशल मीडिया प्रोवाइडर्स से कहा है कि वह अपने सिस्टम में चैक प्वाइंट लगाएं।
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राजनाथ सिंह ने इस दौरान कहा कि सोशल मीडिया ऐसी घटनाओं को रोकने में पहल करे। वह अपने प्लेटफॉर्म पर इस तरह की व्यवस्था बनाएं कि इस तरह की झूठी खबरों को फैलने से रोका जा सके।