भोपाल । अमित शाह के बेटे जय शाह के मामले में गुरुवार को संघ का बड़ा बयान आया है। संघ के सह सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि अगर अमित शाह के बेटे पर प्रथम जांच में कोई मामला बनता है तो उसकी जांच होनी ही चाहिए। संघ का यह बयान ऐसे समय में आया है कि जब कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। हालांकि इस मुद्दे पर भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कह दिया है कि जब विपक्ष के आरोपों के तहत कोई मामला बनता ही नहीं तो जांच कैसी। हालांकि संघ के इस मुद्दे पर बोलने के बाद अब जहां कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को बल मिला है , वहीं भाजपा सरकार के लिए यह बयान उनके लिए भारी पड़ता है।
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बता दें कि पिछले दिनों एक वेब पोर्टल ने एक खबर प्रकाशित की थी, अमित शाह के बेटे जय शाह ने कुछ ही समय में अपनी कंपनी में कई सौ गुना की वृद्दि कर ली है। यह सब उसने अपने पिता के भाजपा अध्यक्ष रहते हुए किया है। इस दौरान अनियमितता के भी आरोप लगाए गए थे, जिसे जय शाह ने बेबुनियाद आरोप करार देते हुए, मीडिया हाउस पर 100 करोड़ रुपये का मानहानी का दावा किया है।
इस पूरे मामले में भाजपा ने जयशाह को क्लीन चिट देते हुए उनके खिलाफ किसी भी जांच से मना कर दिया है। खुद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं, इनमें कोई सच्चाई नहीं। जब कोई मामला ही नहीं तो जांच किस चीज की कराई जाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार के कई अन्य मंत्रियों ने इस मामले में जय शाह के पक्ष में बयान देते हुए उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने का मामला बताया।
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बहरहाल, अब संघ का बयान सामने आने के बाद भाजपा के लिए इस मामले में जांच करवाने का दबाव बढ़ गया है। वहीं विपक्षी दलों को संघ के बयान से सरकार पर हमला करने का एक बड़ा मुद्दा मिल गया है।