नई दिल्ली। लोकसभा में भले ही शुक्रवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया हो लेकिन कारोबार जगत का भरोसा एनडीए सरकार में बरकरार है। यही कारण है कि डाॅलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को मजबूत होकर 1 डाॅलर के मुकाबले 68.83 के स्तर पर पहुंचा है। इससे पहले गुरुवार को रुपये में 43 पैसे की गिरावट दर्ज की गई थी। यह मई महीने के बाद रुपये में सबसे बड़ी गिरावट थी। एनडीए सरकार की स्थिरता को कारोबार जगत सकारात्मक ढंग से ले रहा है। सरकार के मजबूती के साथ आगे काम करने की उम्मीद से कारोबार जगत में उत्साह देखी जा रही है।
कारोबारियों की नजर अविश्वास प्रस्ताव पर हो रहे उतार चढ़ाव पर थी लेकिन आज सरकार के मजबूत स्थिति को देखते हुए कारोबारी भी उत्साहित हैं। पिछले दिनों क्रूड की बढ़ती कीमतों और महंगाई की आशंका के कारण भी रुपया कमजोर हुआ था। इन कारकों का रुपये पर नाकारात्मक असर पड़ा था।
जानकार बताते हैं कि 2016 में नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी को लागू करने से देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा था, जिससे अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे उबर रही है। बीते कुछ समय से लगातार गिरावट के बाद रुपया भी संभल रहा है। राजनीतिक स्थिरता से देश की अर्थव्यवस्था को बल मिल रहा है।