नई दिल्ली। भारत के दक्षिणी राज्य के एक राज्यपाल के खिलाफ दुराचार का मामला सामने आया है। इसके बाद गृह मंत्रालय ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्यपाल के खिलाफ की गई शिकायत में कहा गया है कि राजभवन में काम करने वाली महिलाओं पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला जाता है। मंत्रालय ने अभी तक राज्यपाल की पहचान उजागर नहीं की है। राज्यपाल के खिलाफ सबूत मिलने पर उन्हें फौरन इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा।
लेडीज क्लब बनाने का आरोप
गौरतलब है कि इसी तरह की शिकायत पिछले साल जनवरी में मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगनाथन के खिलाफ मिली थी जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। मेघालय के राज्यपाल पर राजभवन को ‘लेडीज क्लब’ बनाने के आरोप लगे थे। राज्य में चुनाव और राजनीतिक अस्थिरता के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने राज्यपाल को समन जारी नहीं किया गया है।
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मुखर्जी से की शिकायत
आपको बता दें कि षणमुगनाथन के मामले में राजभवन के 100 से ज्यादा कर्मचारियों ने तब राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी से उन्हें वापस बुलाने के लिए कहा था। कर्मचारियों ने कहा था कि षणमुगनाथन ने राजभवन की गरिमा से गंभीर समझौता किया था। लोगों का आरोप था कि गवर्नर की मर्जी से ही राजभवन में लड़कियां आती-जाती थीं और उनमें से कई की पहुंच तो गवर्नर के बेडरूम तक थी।