नई दिल्ली। बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद को सजा का ऐलान कर चर्चा में आए सीबीआई के स्पेशन कोर्ट के जज शिवपाल सिंह इन दिनों खुद ही इंसाफ के लिए चक्कर लगा रहे हैं। बता दें कि शिवपाल सिंह उत्तर प्रदेश के जालौन में अपने पैतृक जमीन के बीच से चक रोड निकाले जाने से बेहद परेशान हैं और यहां न्याय पाने के लिए अधिकारियों के घरों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन प्रशासनिक उदासीनता की वजह से उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है।
पैतृक जमीन में से रोड निकालने का मामला
गौरतलब है कि रांची में सीबीआई के स्पेशल जज शिवपाल सिंह अकेले ही अपनी लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं उनके साथ उनका परिवार भी परेशान है। तमाम प्रयासों के वावजूद भी उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। यहां बता दें कि जज शिवपाल सिंह मूल रूप से यूपी के जालौन जिले के शेखपुर खुर्द गांव के रहने वाले हैं। उनकी पैतृक जमीन में चक का रोड निकल गया है इसके लिए वे कई अधिकारियों के घरों के चक्कर काट चुके हैं लेकिन कोई उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है।
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न्याय का इंतजार
आपको बता दें कि शिवपाल सिंह की पैतृक संपत्ति से जुड़ा यह मामला साल 2006 का है। उनके भाई शिवपाल एवं उनकी जमीन शेखपुर खुर्द में अराजी नंबर 15 और 17 में है जिसके वह संक्रमणीय भूमिधर है। उनकी जमीन पर पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल के दौरान बिना किसी अधिकार के चकरोड मार्ग बनवा दिया जबकि सरकारी कागजों में चकरोड मार्ग गाटा संख्या 13 है। इस मामले में उनके भाई सुरेन्द्रपाल सिंह ने कई अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मामला तूल पकड़ने के बाद जालौन उप जिलाधिकारी भैरपाल सिंह ने कहा कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर उचित कारवाई की जाएगी।