नई दिल्ली। हैदराबाद में 18 मई 2007 में हुए मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में सोमवार को एनआईए की विशेष कोर्ट ने सभी 5 आरोपियों को बरी कर दिया है। बता दें कि साल 2007 में हुए इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई थी और 53 से ज्यादा घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि एनआईए ने इस मामले में कोर्ट में कोई सबूत पेश नहीं कर पाई इस वजह से मुख्य आरोपी असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को बरी कर दिया गया। गौरतलब है कि करीब 11 साल पहले हुए इस धमाके में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया था। वहीं विपक्ष ने भी भाजपा पर भगवा आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। हैदराबाद के मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में स्वामी असीमानंद को मुख्य आरोपी बनाया गया था। उसे 2010 में गिरफ्तार किया था। उनके साथ भारत मोहनलाल रत्नेश्वर उर्फ भरत भाई जमानत पर बाहर हैं और 3 लोग जेल में बंद हैं।
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गौरतलब है कि 18 मई 2007 को दोपहर 1 के आसपास मस्जिद में धामाका हुआ था जिसमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, बाद में इनकी भी मौत हो गई थी। इस मामले को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था लेकिन फिर यह मामला एनआईए के पास चला गया।