नई दिल्ली। मुख्य सचिव से मारपीट मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है जिससे आम आदमी पार्टी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। मुख्यमंत्री अरविंदर केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन सरकारी गवाह बन गए हैं। जैन ने अपने बयान में इस बात को स्वीकार किया कि उस रात मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बहस बढ़ने के बाद अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल ने मारपीट की थी। बता दें कि वीके जैन के इस बयान का असर विधायकों की जमानत याचिका पर भी पड़ सकता है।
गौरतलब है कि इसी मसले को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन किया है। ‘आप’ के नेताओं ने इस मामले में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
ये भी पढ़ें - सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली को दी कड़ी चेतावनी, समय पर फ्लैट नहीं देने पर जाना होगा जेल
यहां गौर करने वाली बात है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने विधायक अमानतुल्लाह खां और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने भी अपने बयान में कहा है कि मुख्य सचिव को 4 लोगों के साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया था लेकिन वहां 11 विधायक मौजूद थे जो किसी साजिश की ओर इशारा करती है।