Friday, April 26, 2024

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दरकने लगा कांग्रेस का कुनबा, वालिया...लवली के बाद बरखा सिंह ने लगाए राहुल-सोनिया पर गंभीर आरोप

अंग्वाल न्यूज डेस्क
दरकने लगा कांग्रेस का कुनबा, वालिया...लवली के बाद बरखा सिंह ने लगाए राहुल-सोनिया पर गंभीर आरोप

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के साथ ही एक नारा दिया कि आने वाले समय में भारत ''कांग्रेस मुक्त'' होगा। हाल में राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस की स्थिति पर नजर डालें तो नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत की परिकल्पना का एहसास होने लगा है। जहां एक ओर संसद और विधानसभाओं में कांग्रेस का कुनबा हर दिन सिकुड़ता नजर आ रहा है, वहीं पार्टी के भीतर मचे घमासान के चलते कांग्रेस के कई ''सेनापति और सिपाही'' अपने ही नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कुनबे से अलग हो रहे हैं। इतना ही नहीं अब तक दबी जुबान में आलाकमान के खिलाफ बोलने वाले नेता अब खुलकर सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ बोलने लगे हैं। कुछ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि अगर राहुल से पार्टी नहीं संभल रही तो छोड़ दें, उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाना त्रासदी होगा।

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वालिया..लवली और अब बरखा सिंह

अगर बात दिल्ली कांग्रेस की ही करें तो निगम चुनावों से पहले ही कांग्रेस में फूट नजर आ रही है। पहले दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ मंत्री वालिया ने पार्टी पर अनदेखी के आरोप लगाए और फिर पार्टी से अलग हो गए। इसके बाद दिल्ली कांग्रेस के रसूखदार नेता और पूर्व विधायक अरविंदर लवली भी पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। इसी कड़ी में तीसरा नाम सामने आया है दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष व दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह शुक्ला का। बरखा सिंह ने अजय माकन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 

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राहुल अध्यक्ष बने तो त्रासदी

वालिया ..लवली के बाद अब अपना दर्द सामने रखा है दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष व दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह शुक्ला ने। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा-क्योंकि मैं जन्मजात से कांग्रेसी हूं तो ऐसे में पद से इस्तीफा दे रही हूं लेकिन कांग्रेस नहीं छोड़ रही हूं। इस दौरान उन्होंने सोनिया-राहुल पर भी हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी के सामने मैंने अपनी समस्या रखी थी लेकिन उन्होंने मेरी नहीं सुनी।


बरखा सिंह ने गुरुवार अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भिजवा दिया। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए लिखा कि अगर राहुल से पार्टी नहीं संभल रही तो वह पार्टी छोड़ दें। अगर राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया तो यह एक त्रासदी होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं के मुद्दे तो जोर-शोर से उठाती है लेकिन पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। मेरे साथ एक साल पहले बदतमीजी हुई थी, मैंने सोनिया गांधी से इसकी शिकायत की थी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।

आलाकमान से शिकायत पर सुनवाई नहीं

खास बात यह है कि एक समय कांग्रेस के लिए अहम किरदार निभाने वाले इन नेताओं की इस समय कोई सुनवाई तक नहीं हो रही है। निगम चुनावों के टिकट बंटवारे के दौरान दिल्ली के पूर्व स्वास्थ् मंत्री एके वालिया ने कांग्रेस आलाकमान से शिकायती लहजे में कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस के नाम कर दिया, लेकिन आज स्थिति यह है कि पार्टी में उनकी सुनने वाला तक कोई नहीं है। उनकी बातों को कोई तरजीह ही नहीं दी जाती। उनके निगम क्षेत्र  में बाहरी व्यक्ति को चुनाव लड़वाया जा रहा है और उनके द्वारा सुझाए गए नामों पर चर्चा तक नहीं हो रही। इस अनदेखी के चलते मैं पार्टी छोड़ रहा हूं।

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लवली ने कांग्रेस का हाथ छोड़ थामा भाजपा का कमल

इसके बाद पूर्व कांग्रेसी विधायक अरविंदर सिंह लवली का दर्द भी कुछ इसी तरह छलका। सालों तक कांग्रेस का हाथ थामने वाले लवली ने भाजपा का कमल थामने का फैसला लिया और पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने कहा-कांग्रेस में उनकी कोई सुनवाई ही नहीं हो रही है। पिछले दो सालों में उनके साथ जो व्यवहार हुआ है, वह बहुत गलत है। अब एक ऐसी सरकार और पार्टी के साथ काम करेंगे जो लोगों के लिए काम कर रही है। जब उनसे पूछा गया कि आखिर कांग्रेस आलाकमान के सामने अपनी बात रखनी चाहिए थे, तो मानों लवली का दर्द बाहर आ गया। उन्होंने कहा-पिछले दो तीन महीने से मैं राहुल गांधी से मुलाकात करने के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन मुलाकात नहीं हुई। 

 

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