Friday, April 26, 2024

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रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार में आतंकी हमलों में शामिल, हम वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू करेंगे - सू की

अंग्वाल न्यूज डेस्क
रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार में आतंकी हमलों में शामिल, हम वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू करेंगे - सू की

म्यांमार । रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर मंगलवार को म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की ने देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि म्यांमार एक मिश्रित राज्य है। यहां की जनता हमसे उम्मीद रखती है कि हम हर समस्या से कम समय में उन्हें उबारेंगे। सू की ने कहा कि रोहिंग्या मामले पर दुनिया भर में हो रही आलोचनाओं से हम नहीं डरते हैं। रोहिंग्या आतंकी हमलों में शामिल हैं। रोहिंग्या समूहों ने म्यांमार में हमले कराए हैं। म्यामांर ने रोहिंग्या लोगों को संरक्षण दिया लेकिन नतीजा क्या निकला। उन्होंने कहा कि जो लोग म्यांमार में वापस आना चाहते हैं, हम उनके लिए हम रिफ्यूजी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। हम मानवाधिकारों के उल्लंघन की निंदा करते हैं। हम शांति और कानून से शासन के लिए प्रतिबद्ध हैं। 

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देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- हमने 70 सालों की लड़ाई के बाद शांति और स्थायित्व प्राप्त किया है। रोहिंग्या मुसलमानों के मामले में हो रही आलोचनाओं से म्यांमार को अंतरराष्ट्रीय जांच का डर नहीं है। हालांकि हम यह पता लगाना चाहते हैं कि आखिर यह पलायन हो क्यों रहा है। जो लोग भाग गए हैं मैं उनसे बात करना चाहती हूं। रखिन में शांति स्थापित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कई ग्रामीण मुस्लिमों ने पलायन नहीं किया है।

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इस दौरान सू की ने कहा मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आमंत्रित करती हूं । हमने सेंट्रल कमेटी का गठन किया है जो रखिन के लिए कानून और विकास का कार्यान्वयन करे। सू की ने कहा कि हमने डॉ कोफी अन्नान को कमीशन का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया है। रखाइन प्रांत में फैले संघर्ष में जिन तमाम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, उनके लिये मैं दिल से दुख महसूस कर रही हूं। 


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सू की ने कहा कि आरोप और प्रतिवाद हुए हैं, जाति या धर्म के बावजूद अपराधियों को दंडित किया जाएगा। पिछले साल के दौरान हमने विकास और शांति स्थापित करने के लिए अपने कार्यक्रमों को जारी रखा है। हम चाहते हैं कि पूरा विश्व हमे केवल एक क्षेत्र के रूप नहीं बल्कि देश के रूप में समझे। हालांकि उन्होंने साफ किया कि रखाइन इलाके में सिर्फ मुसलमान नहीं रहते वहां बौद्धों पर हमले कराए गए। हमारे सुरक्षाबल हर हालात और आतंकी खतरे से निपटने में सक्षम है। रोहिंग्या ने ही म्यांमार में हमले कराए हैं। 

 

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उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचनाओं से डरने वाले नहीं। मैं याद दिलाना चाहूंगी कि हमारी सरकार सिर्फ 18 महीने से सत्ता में है। हम शांति की कोशिशें कर रहे हैं। रखाइन स्टेट में शांति स्थापना के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे, लेकिन आतंक की गतिविधियों से हम सख्ती के साथ निपटेंगे।

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