लखनऊ। उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को पलटने का काम शुरू कर दिया है। इसके तहत योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के द्वारा शुरू की गई बेरोजगारी भत्ता योजना को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह योजना 2014-15 से ही चलन में नहीं है। गौर करने वाल बात है कि समाजवादी पार्टी ने 2012 के अपने चुनावी घोषणापत्र में प्रदेश के बेरोजगार नौजवानों को भत्ता देने का ऐलान किया था और इसके लिए सेवायोजन विभाग के बजट में इसका प्रावधान भी किया गया था।
गौरतलब है कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद प्रचंड बहुमत से आई भाजपा सरकार ने विभागों को उन योजनाओं को बंद करने के आदेश दिए थे जो सिर्फ कागजों में हैं और चलन में नहीं हैं। इस मामले में सेवायोजन विभाग के निदेशक ने सरकार को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि बेरोजगारी भत्ता योजना 2014-15 से प्रचलन में नहीं है।
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यहां बता दें कि समाजवादी पार्टी के द्वारा शुरू की गई इस योजना के लिए 2012-13 में सिर्फ टोकन मनी की व्यवस्था थी। श्रम एवं सेवायोजन के प्रमुख सचिव सुरेश चंद्रा ने बताया कि सिर्फ कागजों में होने और नौजवानों को इसका कोई फायदा नहीं मिलने के कारण इसे बंद कर दिया गया है और इसके लिए शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।