Tuesday, May 7, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे..., गोपालदास ‘नीरज’ ने दुनिया को कहा अलविदा

अंग्वाल न्यूज डेस्क
कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे..., गोपालदास ‘नीरज’ ने दुनिया को कहा अलविदा

नई दिल्ली। ‘कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे...’ जैसे अविस्मरणीय गीत की रचना करने वाले कवि गोपालदास नीरज का देर शाम निधन हो गया। बताया जा रहा है कि गोपाल दास नीरज की तबीयत काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज आगरा के एम्स में चल रहा था। गुरुवार की शाम को सांस लेने में तकलीफ की वजह से 93 साल की आयु में उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी गोपालदास नीरज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी है। 

गौरतलब है कि गोपालदास के परिजनों का कहना है कि उनके पार्थिव शरीर को शुक्रवार को एम्स में ही रखा जाएगा। शनिवार को उनके शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद नीरज जी के शरीर को अलीगढ़ के एक मेडिकल काॅलेज को दे दिया जाएगा, क्योंकि गोपालदास अपने देहांत से पहले ही अपना शरीर मेडिकल काॅलेज को दान कर चुके थे। अगर देहदान किसी तकनीकी या मेडिकल वजह से नहीं हो सका तो अंतिम संस्कार अलीगढ़ में ही होगा।

ये भी पढ़ें - कल से ट्रक और बस आॅपरेटर्स की स्ट्राइक, शहरों में जरूरी खाद्य सामग्री की आपूर्ति पर पड़ेगा असर 


यहां बता दें कि गोपालदास नीरज के देहांत पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य जगत को उनक जाने से अपूरणीय क्षति हुई है। गौर करने वाली बात है कि गोपालदास नीरज ने हिन्दी सिनेमा के लिए भी कई लोकप्रिय गीत लिखे थे। फिल्म मेरा नाम जोकर का मशहूर गीत, ‘‘ऐ भाई जरा देख के चलो...’’ उन्होंने ही लिखा था। 

 

गोपाल दास नीरज को उनकी साहित्य में योगदान के लिए पद्मश्री और पद्मभूषण से भी नवाजा गया था। 

Todays Beets: