नई दिल्ली। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए गाजीपुर लैंडफिल साइट के 65 फीसदी ठोस कचरे का इस्तेमाल किया जाएगा। लैंडफिल साइट में पड़े कचरे में से ठोस और तरल कचरे को अलग करने का काम कौन सा विभाग करेगा, इसका फैसला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल शुक्रवार को लेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण एनएच-24 का निर्माण कर रहा है। निजामुद्दीन पुल से शुरू होने वाले 14 लेन के इस राजमार्ग पर मेरठ और हापुड़ तक छह-छह लेन का निर्माण किया जाना है। परियोजना का 45 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। आगे के काम को बढ़ाने के लिए एनजीटी के फैसले का इंतजार किया जा रहा है, ताकि गाजीपुर लैंडफिल साइट से ठोस कचरा अलग कर राजमार्ग के निर्माण में इस्तेमाल किया जा सके।
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इसके लिए केंद्रीय शहरी विकास व सड़क यातायात मंत्रालयों के बीच समझौता हो चुका है। एनएचआईए के वरिष्ठ अधिकारी आरपी सिंह का कहना हैं, गाजीपुर लैंडफिल साइट से 65 प्रतिशत ठोस कूड़ा राजमार्ग के लिए इस्तेमाल होना है। लैंडफिल साइट से कूड़ा अलग करने के लिए एनजीटी के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।
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