नई दिल्ली।भारतीय नौसेना ने महिला सशक्तिकरण का एक नायाब उदाहरण पेश किया है। भारतीय नौसेना ने विश्व की पहली महिला परिनौसंचालन अभियान की योजना बनाई है। इसके लिए नौकायन पोत तारिणी तैयार किया गया है। शनिवार को इसे नौसेना में शामिल किया जाएगा। यह पोत पूरी तरह से महिलाओं के नियंत्रण में रहेगा। इस पोत को नौसेना में शामिल करने के लिए आईएनएस मंडोवी पर समारोह का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले भारत ने महादेई नौकायन पोत को नौसेना में शामिल कर चुकी है। नौकायन पोत तारिणी सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
समुद्री परिवहन को मिलेगा बढ़ावा
गौरतलब है कि नौकायन पोत तारिणी को गोवा की एक्वेरियस शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है। इस पोत का निर्माण ओडिशा के प्रसिद्ध तारा तारिणी मंदिर की बनावट से प्रेरित होकर बनाया गया है। पोत के बेहतर प्रदर्शन के लिए इसमें एल्यूमिनियम और स्टील की जगह लकड़ी और फाइबर का प्रयोग किया गया है। तारिणी का निर्माण भारतीय नौसेना ने महिला सशक्तिकरण और समुद्री परिवहन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इसमें कुल 6 सूट होंगे। यहां आपको बता दें कि आईएनएसवी तारिणी का सफल ट्रायल 30 जनवरी 2017 को किया गया था। इस परियोजना के लिए लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में 6 महिला अधिकारियों के दल का चयन कर लिया गया है। इन सभी अधिकारियों ने आईएनडब्लूटीसी, मुंबई से नौवहन का प्रशिक्षण लिया है। इस पोत की खासियत यह है कि इसमें सूचना प्रसारण के सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। आप दुनिया के किसी भी हिस्से में रहें आप अपनों से जुड़े रहेंगे।